लखनऊ। (आवाज न्यूज ब्यूरो) यूपी में नौ सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए प्रचार थम गया है। बुधवार को मतदान होना है। इससे पहले सपा सरकार और प्रशासन हमलावर है। सपा की तरफ से मांग की गई है कि कोई भी पुलिसकर्मी किसी की आईडी न चेक करे। यही नहीं बुर्का पहनकर आने वाली महिलाओं का बुर्का हटाकर जांच न की जाए।
बताते चलें कि सपा की तरफ से चुनाव आयोग को एक पत्र लिखा गया है। इसमें सपा ने कई मांगें रखी हैं। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भी पुलिस-प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन तो केवल चुनाव में गड़बड़ी कर सकता है। मुझे उम्मीद है कि प्रशासन बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के दिए संविधान को बचाने के लिए अधिकार की रक्षा करने का काम करेगा।
समाजवादी पार्टी ने छह पन्नों की एक चिट्ठी लिखकर चुनाव आयोग से कहा है कि उत्तर प्रदेश में मतदान के दिन यानि 20 नवंबर को पुलिस को मतदाताओं यानि वोटरों के आई कार्ड जांचने की अनुमति न दी जाए। समाजवादी पार्टी ने इस चिट्ठी में आरोप लगाया है कि आई कार्ड जांचने के बहाने पुलिस सपा समर्थक मतदाताओं को प्रभावित करने का काम कर रही है। सपा ने लिखा कि लोकसभा चुनाव के दौरान इसी तर्ज पर पुलिस ने मुस्लिम महिला मतदाताओं की पहचान के नाम पर नकाब हटवाए थे। करहल में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की शिकायत भी समाजवादी पार्टी ने की है।
ज्ञापन में समाजवादी पार्टी ने पहले बिंदु में लिखा कि प्रदेश में नौ विधानसभा क्षेत्रों के चुनाव, प्रशासन और पुलिस से जुड़े अधिकारियों को लिखित आदेश जारी किया जाए कि 20 नवंबर को मतदान के दिन कोई पुलिसकर्मी किसी भी मतदाता की आईडी (मतदाता पहचान पत्र) की जांच नहीं करेंगे।
दूसरे बिंदू में सपा ने लिखा कि मतदान के दिन मतदान अधिकारी को मतदाता की आईडी (मतदाता पहचान पत्र) की जांच करने का अधिकार दिया गया है। तीसरे बिंदु में भारत निर्वाचन आयोग की हैंड बुक फार कैंन्डीडेट का जिक्र करते हुए लिखा कि मतदान के दिन मतदान केंद्र पर तैनात पुलिसकर्मी मतदाता की आईडी (मतदाता पहचान पत्र) की जांच नहीं करेंगे।
सपा ने चौथे बिंदु में लोकसभा चुनाव के दौरान हुई घटना का हवाला देते हुए लिखा है कि लोकसभा निर्वाचन 2024 में मतदान के दिन सुरक्षा व्यवस्था के लिए लगाए गए पुलिस कर्मियों द्वारा सपा समर्थक मतदाताओं विशेषकर मुस्लिम महिला मतदाताओं को पहचान के बहाने, उनका नकाब उठाने की प्रक्रिया से महिलाओं को भयभीत किया गया। मतदान केंद्र से बिना मताधिकार का प्रयोग किए उन लोगों को वापस जाना पड़ा। बड़ी संख्या में सपा समर्थक मतदाता बिना मताधिकार किए वापस लौट गए थे। इससे चुनाव प्रभावित हुआ। मतदेय स्थलों पर मतदान प्रतिशत में गिरावट हुई थी।
सपा ने पांचवें बिंदु में लिखा भारत निर्वाचन आयोग ने मतदान समाप्त हो जाने के बाद, बूथ के पोलिंग एजेंट को ईवीएम मशीन का नंबर, बूथ की संख्या, कुल मतदाता, पड़े मत, बचे मत, चैलेंज वोट, टेंचर वोट का संपूर्ण विवरण फार्म 17-सी पार्ट1 में भरकर, उसकी प्रमाणित प्रति पोलिंग एजेंट को दिए जाने का निर्देश दिया है।
सपा ने छठे बिंदु में लिखा निर्वाचन आयोग ने मतदाता को 12 विकल्प से मतदान करने की सुविधा प्रदान की है। जिनके पास आईडी (मतदाता पहचान पत्र) नहीं है, वह 12 में से कोई एक विकल्प दिखाकर मतदान कर सकते हैं।
सपा ने सातवें बिंदु में लिखा प्रदेश में नौ विधानसभा क्षेत्रों में सपा समर्थक बाहुल्य वाली बस्तियों में विशेषकर मुस्लिमों की आबादी में बीएलओ द्वारा मतदाता पर्ची का शत-प्रतिशत वितरण नहीं किया गया है। बड़ी संख्या में मतदाताओं को अपना बूथ नम्बर व मतदाता का क्रमांक की जानकारी नहीं हो रही है। इससे चुनाव प्रभावित हो रहा है।
सपा ने आठवें बिंदु में लिखा करहल विधान सभा क्षेत्र में भाजपा द्वारा पिछले लोकसभा व विधान सभा के चुनावों में असमाजिकतत्त्वों के सहयोग से शान्तिपूर्ण मतदान में व्यवधान डाला गया था। 20 नवंबर को मतदान के दिन भाजपा प्रत्याशी व समर्थकों द्वारा करहल विधान सभा में शान्तिपूर्ण ढंग से मतदान में व्यवधान डालने की साजिश की जा रही है। ऐसे में सभी बूथों की वीडियोग्राफी, बेवकास्टिंग सुनिश्चित कराई जाय।
सपा ने नौवें बिंदु में लिखा करहल विधान सभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी अनुजेश प्रताप सिंह चुनाव को प्रभावित कर रहे हैं। अनुजेश प्रताप सिंह के मतदान केन्द्रों पर भ्रमण के समय उनके साथ निर्वाचन आयोग की तरफ से वीडियोग्राफर लगाकर भ्रमण का शत-प्रतिशत वीडियोग्राफी कराया जाना सुनिश्चित किया जाए।
सपा ने दसवें बिंदु में लिखा करहल विधानसभा क्षेत्र में 17 नवंबर को थाना करहल के पुलिस निरीक्षक द्वारा सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को साथ लेकर बस्ती के लोगों को मतदान के बारे में डराया धमकाया गया। लोगों को भयभीत किया गया। निर्दोष महिलाओं, पुरुषों के साथ मारपीट की गई। पुलिस प्रशासन द्वारा भाजपा के इशारे पर सपा समर्थक मतदाताओं का उत्पीड़न किया जा रहा है। चुनाव प्रभावित हो रहा है। निष्पक्ष चुनाव सम्भव नहीं है। ज्ञापन के आखिर में सपा इन इन सभी मांगों पर त्वरित कार्रवाई और मांगों के अनुपालन का अनुरोध किया है।
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