बृजेश चतुर्वेदी
कन्नौज। (आवाज न्यूज ब्यरो) समाजवादी पार्टी की सरकार में जनपद कन्नौज के साथ साथ पूरे प्रदेश में विकास के अभूतपूर्व आयाम स्थापित करनें का काम किया गया लेकिन भाजपा सरकार सिर्फ झूठ और नफरत फैलाकर लोगो को भ्रमित करके उनका वोट लेना चाहती है। यह बात समाजवादी पार्टी के नेता पूर्व विधायक कलियान सिंह दोहरे नें ग्राम कपूरापुर में आयोजित पीडीए चर्चा कार्यक्रम में कही। उन्होनें आगे कहा कि आज देश और प्रदेश में महंगाई, बेरोजगारी एवं भ्रष्टाचार चरम पर है। सरकार जनहित के मुद्दों पर काम करने के बजाय लोगों को धर्म और जाति में बाँटकर समाज में सामाजिक समरसता को बिगाड़ने का काम कर रही है। इस जुमलेबाज सरकार में आज किसान, नौजवान, लघु एवं मध्यम व्यापारी, महिलायें और संपूर्ण पीडीए समाज खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहा है। किसान की आय दोगुनी करने का वादा करने वाली सरकार में आज किसान मंहेगे खाद बीज से तो परेशान है ही रही सही कसर छुट्टा पशु किसानों की फसल को चट करके पूरी कर देते है। युवा बेरोजगारी की त्रासदी झेल रहा है रही सही कसर सरकार निजीकरण करके युवाओं के हक की नौकरी छीनकर कर रही है। लेकिन सरकार सारी जनसमस्याओं का तोड़ धर्म और नफरत की राजनीति में ढूँढ़ रही है, देश और प्रदेश की जनता को इससे सावधान रहने की जरूरत है।
आज समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर समाजवादी पार्टी द्वारा पीडीए चर्चा कार्यक्रम की शुरूआत कन्नौज विधानसभा अध्यक्ष पी0पी सिंह बघेल की अध्यक्षता में ग्राम कपूरापुर में की गयी। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व विधायक कल्यान सिंह दोहरे और विशिष्ट अतिथि के रूप में समाजवादी पार्टी के प्रदेश सचिव आकाश शाक्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम के संयोजक कमलेश कटियार रहे।
प्रदेश सचिव आकाश शाक्य नें कहा कि आज हमारे नेता अखिलेश यादव सड़क से लेकर सदन तक लगातार पीडीए हक और अधिकारों की लड़ाई लड़ रहे हैं। हजारों वर्षों के सामाजिक उत्पीड़न का शिकार पीडीए के लोगों को जो बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर जी नें भारत के संविधान में सामाजिक, आर्थिक और शैक्षिक समानता के जो अधिकार दिए हैं आज भाजपा की सरकार संविधान को खत्म करने की साजिश करके पीडीए के उन अधिकारों को कुचलना चाहती है। भाजपा के लोगो ंहमेशा ही सामाजिक समानता के विरोधी रहे हैं यही कारण है कि एक तरफ बाबा साहब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर जी देश में हजारों वर्षों से सामाजिक भेदभाव का दंश झेल रहे दलितों पिछ़डों, अल्पसंख्यकों, महिलाओं एवं श्रमिकों सहित देश के सभी वंचित वर्गों को देश के संविधान के रूप में एक सुरक्षा कवच प्रदान कर रहे थे तो वही दूसरी तरफ राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (आरएसएस) और इससे जुडे़ अन्य संगठन देश में बाबा साहब के खिलाफ सैकड़ों बैठके एवं विरोध प्रदर्शन आयोजित कर रहे थे। दुर्भाग्य की बात है कि आरएसएस और इसके अन्य संगठन विशेषतौर पर भारतीय जनता पार्टी के लोग आज देश की आजादी के 77 वर्ष बीतने के बाद भी बाबा साहब डाॅ0 अम्बेडकर जी द्वारा दलितों पिछड़ों एवं वंचित वर्गों को दिये गये समानता के अधिकार की वजह से कुण्ठा से भरे हुए हैं और इनकी यह कुण्ठा इनके बयानों एवं कार्यशैली के द्वारा समय समय पर आमजनमानस के सामनें उजागर भी होती रही है। दिनांक 17 दिसम्बर को देश के सदन में इसी कुण्ठा से ग्रस्त भारतीय जनता पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और गृहमंत्री अमित शाह द्वारा बाबा साहब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर पर एक घोर आपत्तिजनक टिप्पणी की गयी जिससे बाबा साहब डाॅ0 अम्बेडकर के विचारों को माननें वाले करोड़ों दलितों पिछड़ों में भारी आक्रोश व्याप्त है और आने वाले समय में यह लोग भाजपा के प्रत्याशियों जमानत जप्त कराकर इसका बदला लेगें।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से राजेश दोहरे, रामऔतार दोहरे, सुशील कटियार, मुख्तार अली, विमल दोहरे, योगेश कटियार, दीपू कटियार आदि साथी मौजूद रहे।