आयोजन • परिवार नियोजन के साधन अपनाने के लिए किया जागरूक• केंद्रों पर कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए आयोजन
फर्रुखाबाद । (आवाज न्यूज ब्यूरो) जनपद की सभी स्वास्थ्य इकाइयों पर शुक्रवार को खुशहाल परिवार दिवस मनाया गया। यह आयोजन कोविड प्रोटोकाल को ध्यान में रखते हुए हुआ। इस कार्यक्रम का उद्देश्य है कि परिवार नियोजन और युवाओं को सही उम्र में संतान के बारे में जागरूक करना है। प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी और परिवार कल्याण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ दलवीर सिंह ने कहा कि हमारे संसाधन सीमित हैं। आबादी को भी सीमित रखना बहुत ही जरूरी है। दो बच्चों के जन्म के बीच कम से कम तीन साल का अंतर रखना चाहिए। इससे मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को भी सुधार जा सकता है। डॉ सिंह ने कहा कि हमें इस कोविड काल के दौरान अधिक सतर्कता बरतने की जरूरत है। हमें मास्क का प्रयोग, दो गज दूरी और अपने हाथों को धोने के साथ ही टीकाकरण पर भी अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है।सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरौन में बीपीएम पारुल ने तो सिविल अस्पताल लिंजीगंज में मेडिकल आफिसर डॉ ऋषिनाथ गुप्ता ने लाभार्थी को माला एन की गोली देकर खुशहाल परिवार दिवस का शुभारम्भ किया | इसके साथ ही स्टाल लगाकर गर्भ निरोधक साधनों के बारे में योग्य दम्पति को जागरूक किया गया और परिवार नियोजन के साधन वितरित किये गए | सिविल अस्पताल लिंजीगंज में मेडिकल आफिसर डॉ ऋषिनाथ गुप्ता ने नव दम्पति को शादी के दो साल बाद ही बच्चे के बारे में सोचने के प्रति जागरूक करने की बात कही, क्योंकि पहले जरूरी है कि पति-पत्नी एक-दूसरे को अच्छी तरह से समझें, परिवार को समझें और अपने को आर्थिक रूप से इस काबिल बना लें कि अच्छी तरह से बच्चे का लालन-पालन कर सकें तभी बच्चा पैदा करने की योजना बनाएं ।उत्तर प्रदेश तकनीकी सहयोग इकाई से जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ का कहना है – अगर दो बच्चों के पैदा होने के बीच कम से कम तीन वर्ष का अंतर है तो महिला अधिक स्वस्थ रहेगी | फिर भी, यह निर्णय लेना कि वह परिवार नियोजन साधन का प्रयोग करना चाह्त्ता है कि नहीं, उसका अधिकार होना चाहिए क्योंकि उसके शरीर को ही गर्भ का बोझ व बच्चों को पालने –पोसने की जिम्मेदारी सहन करनी पड़ती है |जिला परिवार नियोजन एवं लाजिस्टिक मैनेजर विनोद कुमार बताया कि पिछले माह 21 दिसम्बर को जिले में मनाये गए खुशहाल परिवार दिवस में 337 लोगों को माला एन, 259 को साप्ताहिक गर्भनिरोधक गोली छाया, 31 को त्रैमासिक गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा, 53 को कापर टी, 30 को प्रसव पश्चात कापर टी- और 1187 लोगों को कंडोम का वितरण किया गया था | नेकपुर निवासी 32 वर्षीय सोनिया ने कहा कि मेरे तीन बच्चे है अब मैं और बच्चे नहीं चाहती हूँ| नसबंदी कराने से डर लगता है इसलिए परिवार नियोजन का साधन कापर टी को अपनाया है |इसको मैं काफी समय से प्रयोग कर रही हूँ मुझे इससे कोई भी परेशानी नहीं हुई |इस दौरान बीसीपीएम विनीता, एएनएम साधना और लाभार्थी मौजूद रहे |