नई दिल्ली। (आवाज न्यूज ब्यूरो) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के साथ ही संसद के बजट सत्र की शुरुआत हो गई है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार के कामों को गिनाया। इसके साथ-साथ उन्होंने ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ और वक्फ संशोधन जैसे विधेयकों का भी जिक्र किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण को लेकर पत्रकारों ने जब सोनिया गांधी से सवाल किया तो उन्होंने ऐसा बयान दे दिया, जिस पर बवाल मच गया है। सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति को ‘पुअर वोमेन’ (बेचारी महिला) कह डाला।
कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी ने कहा कि वह अपने संबोधन के आखिर तक थक गई थीं और बहुत मुश्किल से बोल पा रही थीं। उन्होंने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘अंत तक राष्ट्रपति बहुत थक गई थीं। बेचारी मुश्किल से बोल पा रही थीं।’ संयुक्त अभिभाषण में हिस्सा लेने के बाद मीडिया के सामने सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी मौजूद थे। तीनों आपस में बात कर रहे थे। इसी दौरान अपनी मां को देखते हुए राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के भाषण को ‘बोरिंग’ बताया। इधर सोनिया गांधी ने कहा कि इसमें कुछ नया नहीं था। पुरानी चीजों को रिपीट किया गया है। सोनिया ने प्रियंका गांधी की ओर जाते हुए कहा कि राष्ट्रपति काफी थक गई थी। वो बड़ी मुश्किल से बोल पा रही थीं। खराब बातें बोली पुअर लेडी। वहीं भाजपा ने राष्ट्रपति मुर्मू पर ‘अपमानजनक टिप्पणी’ को लेकर गांधी परिवार पर हमला बोला। भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि कांग्रेस की सामंती मानसिकता इस बात को पचा नहीं पा रही है कि एक आदिवासी महिला देश की राष्ट्रपति कैसे बन गई है? राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार के कामों को गिनाया। साथ ही ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ और वक्फ संशोधन जैसे विधेयक का जिक्र किया। राष्ट्रपति मुर्मू ने ‘सबका साथ, सबका विकास’ का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि मेरी सरकार का मंत्र ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास है और इसी पर हम काम कर रहे हैं। राष्ट्र प्रथम की भावना से सरकार आगे बढ़ रही है। अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में विकास का वातावरण हुआ है। उन्होंने देश के बुनियादी ढांचे के बढ़े बजट का जिक्र किया। संसद के संयुक्त अधिवेशन को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, ‘हमारा एक ही लक्ष्य है, विकसित भारत बनना। 10 साल में बुनियादी ढांचे का बजट पांच गुना बढ़ा है।’ राष्ट्रपति ने भारत में टेक्नोलॉजी पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, ‘दुनिया के विकसित देश भी भारत की यूपीआई लेनदेन प्रणाली की सफलता से प्रभावित हैं। भारत टेक्नोलॉजी का ग्लोबल प्लेयर है, यहां डिजी लॉकर और यूपीआई जैसी सेवाएं हैं।’ उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा, ‘आज हमारे युवा स्टार्टअप से लेकर खेल और अंतरिक्ष तक हर क्षेत्र में देश का नाम रोशन कर रहे हैं। भारत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और प्रौद्योगिकी अपनाने के क्षेत्र में दुनिया को रास्ता दिखा रहा है। डिजिटल टेक्नोलॉजी, स्टार्टअप, इनोवेशन में भारत आगे है।’
