लखनऊ।(आवाज न्यूज ब्यूरो) समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष एंव पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने हाल ही में महाकुंभ के आयोजन को लेकर भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार से कई सवाल उठाए हैं? उन्होंने कुंभ मेले की व्यवस्थाओं पर सवाल उठाते हुए सरकार से स्पष्ट जानकारी की मांग की है।
महाकुंभ को लेकर अखिलेश यादव की टिप्पणी
आपको बता दें कि अखिलेश यादव ने कहा कि महाकुंभ या कुंभ का आयोजन एक ऐसा अवसर है, जिसे हम सभी बार-बार याद करते हैं। यह एक बड़ा धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन है, जो लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। उन्होंने यह भी कहा कि जो सरकार उस समय सत्ता में होती है, वह आयोजन को बेहतर बनाने के लिए प्रयास करती है। हालांकि, उन्होंने सवाल किया कि भारत सरकार ने महाकुंभ आयोजन के लिए कितना बजट दिया था, क्योंकि इस आयोजन के दौरान कई समस्याएं थीं।
कुंभ आयोजन की व्यवस्थाओं पर सवाल?
अखिलेश यादव ने अपनी टिप्पणी में कहा, “हम सभी जानते हैं कि महाकुंभ के आयोजन के दौरान कई मुद्दे सामने आए थे। मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री इस बारे में विचार कर रहे थे कि गाड़ियां कहां खड़ी होंगी और कैसे व्यवस्थाएं की जाएंगी।” उन्होंने यह भी कहा कि कई आईपीएस अधिकारी यह कह रहे थे कि आयोजन स्थल पर जाने से बचें, क्योंकि वहां की व्यवस्थाएं पूरी नहीं थीं।
भारत सरकार से बजट की जानकारी की मांग
इसके साथ ही सपा नेता अखिलेश यादव ने यह सवाल उठाया कि भारत सरकार ने इस आयोजन के लिए उत्तर प्रदेश सरकार को कितनी सहायता दी थी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार को बजट मिलने का सवाल भी उठता है, और यह जानकारी जनता के सामने आनी चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि भाजपा को उन परिवारों की मदद करनी चाहिए, जिनके सदस्य लापता हो गए थे, और भाजपा को उन 1,000 श्रद्धालुओं के बारे में जानकारी देनी चाहिए, जो लापता हो गए थे।
लापता श्रद्धालुओं की मदद की आवश्यकता
अखिलेश यादव ने लापता श्रद्धालुओं के परिवारों के लिए मदद की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सरकार को इस मामले में तेजी से कार्यवाही करनी चाहिए और लापता श्रद्धालुओं के परिवारों को उचित सहायता प्रदान करनी चाहिए। उनकी यह टिप्पणी भाजपा और अन्य संबंधित दलों के लिए एक सवाल था, कि क्या वे उन श्रद्धालुओं और उनके परिवारों के लिए कुछ कर रहे हैं, जो इस आयोजन के दौरान गायब हो गए हैं। अखिलेश यादव ने महाकुंभ आयोजन से जुड़ी समस्याओं और भारत सरकार की भूमिका पर सवाल उठाकर यह साफ किया कि इस बड़े धार्मिक आयोजन में कई व्यवस्थाएं असफल हुईं। उन्होंने सरकार से स्पष्ट जानकारी की मांग की और उन परिवारों के लिए सहायता की आवश्यकता को बताया जिनके सदस्य इस आयोजन के दौरान लापता हो गए। यह बयान भाजपा और सरकार से जवाबदेही की ओर इशारा करता है, जिससे इस आयोजन की समग्र योजना और कार्यक्षमता पर ध्यान केंद्रित किया जा सके।
