‘‘प्रदर्शन के बावजूद अखिलेश ने रामजी लाल सुमन का किया समर्थन‘‘
‘‘कार्यकर्ताओं को वर्दी पहनाकर विरोधियों को पिटवाता था हिटलर‘‘
लखनऊ।(आवाज न्यूज ब्यूरो) समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन द्वारा राणा सांगा को लेकर दिए गए बयान से राजनीतिक माहौल गरमा गया है। इस बयान के विरोध में करणी सेना ने कड़ा रुख अपनाया है और सुमन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। बीते शुक्रवार, करणी सेना के सदस्यों ने रामजी लाल सुमन के बयान को “आपत्तिजनक और अपमानजनक” बताते हुए विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने मांग की कि सपा सांसद अपने बयान के लिए माफी मांगें, नहीं तो आंदोलन तेज किया जाएगा।
दरअसल शनिवार को अखिलेश इटावा पहुंचे थे जहां उन्होंने महेवा ब्लॉक में डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्ति का अनावरण किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर कोई हमारे रामजीलाल सुमन जी, या हमारे कार्यकर्ता का अपमान करेगा तो हम समाजवादी लोग भी उनके साथ खड़े दिखाई देंगे, उनके सम्मान की लड़ाई लड़ने का काम करेंगे और यह सेना वेना सब नकली है, यह सब बीजेपी वाले हैं। उन्होंने कहा कि रामजीलाल सुमन जी के ऊपर किसी तरह का अपमान का व्यवहार नहीं कर पाएंगे और अगर अभी भी सरकार ने खुली छूट दे रखी है तो सरकार इसके लिए जिम्मेदार है।
‘हिटलर ने भी एक सेना बनाई थी’
उन्होंने कहा कि हिटलर ने भी एक सेना बनाई थी, वो अपने समय पर एक फौज रखता था, हिटलर अपने कार्यकर्ताओं को पुलिस की वर्दी पहना देता था और फिर उनसे अपने विरोधी लोगों को पिटवाता था। लोग उसे सुपर स्टार फोर्स कहते थे. अखिलेश ने कहा कि ये जो सेना दिखाई दे रही है, वह बीजेपी वालों की सुपर फोर्स है। ये कोई सेना-वेना नहीं है यह सब बीजेपी के लोग है।
बीजेपी पर अखिलेश का निशाना
सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि अपनी नाकामी छुपाने के लिए वक्फ बोर्ड का बिल लाकर सरकार ने जान बूझकर इस तरह का माहौल पूरे देश में बनाया है। जबसे बीजेपी की सरकार आई है आतंकवादियों के अटैक बढ़े हैं, बड़े पैमाने पर फौज के जवान शहीद हुए हैं। उन्होंने कहा कि जो कोरोना में हमें कहते थे वैक्सीन वैक्सीन, बताओ हार्ट अटैक ज्यादा हो रहे हैं कि नहीं हो रहे हैं? सुनने में आ रहा है कैंसर भी बहुत बढ़ता चला जा रहा है।
‘बीजेपी संविधान को कमजोर करना चाहती है’
इसके आगे उन्होंने कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का दिया हुआ संविधान हम लोगों को सम्मान से जीने का रास्ता दिखाता है। बीजेपी बाबा साहब भीमराव अंबेडकर द्वारा दिए गए संविधान को कमजोर करना चाहती है। अखिलेश ने कहा कि यह संविधान हमारे लिए बुनियाद है। हमारे लिए कर्म ग्रंथ है। बाबा साहब ने भी जीवनभर भेदभाव देखा। जहां जानवर भी पानी पी सकते थे वहां पर भी पानी लेने नहीं जा सकते थे। अखिलेश ने कहा कि हजारों साल पुरानी बुराई जो हमारे समाज में है, आज भी खत्म नहीं हुई। इस तरह की घृणा दुनिया में कहीं नहीं देखा जाती, सिर्फ हमारे देश में देखी जाती है।
‘हमारा आरक्षण छीना जा रहा है’
उन्होंने कहा कि मैं सोच सकता हूं कि अगर हम लोगों के साथ ऐसा व्यवहार हो सकता है तो और जो हमारे बहुजन समाज के लोग हैं, उनके साथ में न जाने कैसा कैसा व्यवहार होता होगा। अखिलेश ने कहा कि हमारा आरक्षण छीना जा रहा है, हम लोगों को आगे बढ़ने का मौका नहीं दिया जा रहा है। फूलन देवी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि फूलन देवी जी का भी एक अलग इतिहास है। शायद धरती पर, दुनिया के इतिहास में इतनी प्रताड़ना इतना अपमान किसी महिला का हुआ होगा। जो व्यवहार, अपमान हुआ था उसको सम्मान में बदलने के लिए नेताजी और समाजवादी पार्टी ने उन्हें लोकसभा में पहुंचाने का काम किया था।
‘संविधान हम लोग बदलने नहीं देंगे’
अखिलेश ने कहा कि अंग्रेजों के जाने के बाद बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी ने दुनिया का सबसे अच्छा संविधान दिया, उन्होंने हमें और आपको अधिकार दिलाने का काम किया। आज हमारे अधिकारों की कोई परवाह नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी की प्रतिमा लगाकर पूरे पीडीए परिवार को एक प्रकाश स्तंभ की तरह चलने का मौका दिया। आज के दिन हम सब पीडीए परिवार के लोग संकल्प लेते हैं कि कोई कितना भी साहसी हो जाए, ताकतवर हो जाए लेकिन बाबा साहब का संविधान हम लोग बदलने नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि आज पीडीए और बाबा साहब के संविधान, लोहिया जी के चिंतन और नेताजी के संघर्ष की वजह से हम लोग उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ी पार्टी हैं। पीडीए से जुड़कर हम लोग 90 प्रतिशत आबादी को साथ लेकर चलने का काम करेंगे।