नई दिल्ली।(आवाज न्यूज ब्यूरो) कांग्रेस महासचिव एवं सांसद कुमारी शैलजा ने नेशनल हेराल्ड मामले में आज अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का बचाव करते हुए कहा कि वास्तव में भाजपा देश के समक्ष मौजूद ज्वलंत मुद्दों से ध्यान भटकाना चाहती है और इसलिए नेशनल हेराल्ड मामले को बेवजह तूल दिया जा रहा है।
सुश्री कुमारी शैलजा ने यहां प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में संवाददाताओं से चर्चा की। उन्होंने कहा कि ज्वलंत मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए और देशवासियों को गुमराह करने के लिए केंद्र में सत्तारूढ़ दल भाजपा साजिश कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ नेशनल हेराल्ड मामले में बेबुनियाद आरोप लगा रही है। भाजपा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का विपक्ष के खिलाफ “राजनैतिक हथियार” के रूप में उपयोग कर रही है और इसलिए हमारे नेता श्रीमती सोनिया गांधी और श्री राहुल गांधी के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया गया है। कांग्रेस महासचिव ने कहा कि कांग्रेस के दोनों वरिष्ठ नेताओं ने गलत कुछ भी नहीं किया। जो भी किया, वह पूरी तरह पारदर्शी तरीके से कानून और नियमों के तहत किया। इसमें “मनी लांड्रिंग” जैसा कोई मामला नहीं बनता है। उन्होंने कहा कि केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा बेरोजगारी, महंगायी, गिरती हुयी जीडीपी, आर्थिक संकट और विदेश नीतियों से जुड़ी चुनौतियों जैसे ज्वलंत मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए नेशनल हेराल्ड मामले को बेवजह तूल दे रही है। सुश्री शैलजा ने नेशनल हेराल्ड मामले के संदर्भ में कहा, “कानून का कोई उल्लंघन नहीं हुआ है। जब पैसा ही नहीं है, तो लॉन्ड्रिंग या अपराध कहाँ है? अगर कोई कंपनी कर्ज से छुटकारा पाना चाहती है, तो वह एक नई कंपनी बनाती है और उस कर्ज को नई कंपनी में ट्रांसफर करती है, कंपनी कानून के मुताबिक, यह कानूनी है। जब पैसा ही नहीं है, तो लॉन्ड्रिंग कहाँ है? अगर कोई अपराध हुआ है, तो वह दो मास्टरमाइंड ने किया है, जिन्होंने मनी लॉन्ड्रिंग का झूठा प्रचार करके कानून का दुरुपयोग किया है : मोदी जी और अमित शाह।”
सुश्री शैलजा ने कहा, “चुनिंदा न्याय कुछ और नहीं, बल्कि राजनीतिक ठगी है। प्रवर्तन निदेशालय को जवाब देना चाहिए कि एजेंसी ने एनडीए के किसी सहयोगी या भाजपा नेता को क्यों नहीं छुआ। सरकार ने ईडी को अपना चुनाव विभाग बना लिया है और बदले की भावना से इसका बार-बार दुरुपयोग कर रही है। ईडी के मामलों में सजा की दर सिर्फ एक प्रतिशत है। इसके अलावा, ईडी ने जो राजनीतिक मामले दर्ज किए हैं, उनमें से 98 प्रतिशत सत्ताधारी पार्टी के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ हैं। अदालत में यह मामला पूरी तरह से विफल हो जाएगा। यह बदले की राजनीति, धमकी, उत्पीड़न और भय फैलाने की राजनीति है, जो आपराधिक मानसिकता वाले दो लोगों के इशारे पर की जा रही है।” कांग्रेस नेता ने नेशनल हेराल्ड से जुड़े अनेक तथ्यों का हवाला दिया और कहा कि नेशनल हेराल्ड एक अखबार नहीं, बल्कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम की विरासत है, जिसे समाप्त करने की साजिश भाजपा सरकार कर रही है। उन्होंने दृढ़ता के साथ कहा कि कांग्रेस पार्टी और उसके नेता इस तरह की साजिशों से डरने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि हम कांग्रेसी श्रीमती सोनिया गांधी, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और श्री राहुल गांधी के नेतृत्व में संविधान, लोकतंत्र और सच्चाई की रक्षा के लिए हर मंच पर डटकर लड़ते रहेंगे।
