बृजेश चतुर्वेदी
कन्नौज।(आवाज न्यूज ब्यूरो)। पूर्व ब्लॉक प्रमुख नीलू यादव के कुर्क हो चुके स्कूल को लेकर विवाद हो गया। प्रधानाचार्य ने ही नीलू के करीबी पर एफआईआर दर्ज करा दी। हालांकि आरोपी पक्ष ने प्रधानाचार्य के दावों को झूठ और साजिश करार दिया।
मामला तिर्वा स्थित बचपन स्कूल का है। जोकि पूर्व ब्लॉक प्रमुख नीलू यादव का स्कूल है। नीलू के भाई नवाब सिंह यादव को नाबालिग से रेप के आरोप में पकड़े जाने के बाद पुलिस ने नीलू यादव के खिलाफ साक्ष्य मिटाने के आरोप और गैंगस्टर एक्ट के तहत अरेस्ट कर जेल भेज दिया था। जिसके बाद स्कूल की देखरेख मकरन्दनगर निवासी अखिलेश दुबे कर रहे थे। लेकिन तिर्वा स्थित नवाब सिंह यादव के होटल चंदन और नीलू के स्कूल बचपन प्ले स्कूल को कुर्क कर प्रशासन ने बीएसए के नियंत्रण में दे दिया था।
ऐसे में कानपुर देहात जिले के हिसावां गांव निवासी बचपन स्कूल के प्रधानाचार्य निर्मल कुमार ने अखिलेश दुबे के खिलाफ एक तहरीर
तिर्वा कोतवाली पुलिस को दी। जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि विद्यालय के एमडी अखिलेश दुबे ने गलत तरीके से अपनी बहू पूजा शुक्ला को विद्यालय में लगा लिया। जब उनसे इस बारे में पूछना चाह तो अखिलेश दुबे ने धमकी दे डाली।
प्रधानाचार्य ने जान माल के खतरे के आरोप भी लगाए। जिसके आधार पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली।
अखिलेश दुबे ने बताया कि साजिश के तहत उनके खिलाफ प्रधानाचार्य ने रिपोर्ट दर्ज कराई है। वह तिर्वा व उसके आसपास के लोगों से सम्पर्क कर बच्चों को नए शिक्षा सत्र में भी स्कूल भेजने की अपील करते हैं, ताकि किसी को ये संदेह न रहे कि नीलू के जेल जाने के बाद विद्यालय बन्द हो जाएगा।
प्रधानाचार्य से कोई बात ही नहीं हुई। 2 या 3 टीचरों का पुलिस में सिलेक्शन होने से वैकेंसी खाली थीं, जिस पर खुद प्रधानाचार्य ने 5 नई टीचरों का सिलेक्शन किया है, उसी में एक नाम पूजा का भी है। अब साजिश के तहत बहू के नाम का फायदा उठाकर प्रधानाचार्य ने झूठी रिपोर्ट दर्ज करवा दी।
कौशाम्बी जेल में नीलू और बांदा जेल में बन्द हैं नवाब
नाबालिग से रेप के आरोपी गैंगस्टर नवाब सिंह यादव और उनके भाई गैंगस्टर नीलू यादव को वकील अरविंद प्रताप सिंह की शिकायत के बाद जिला जेल अनौगी से ट्रांसफर किया जा चुका। 22 मार्च को नीलू यादव को कौशाम्बी जेल भेजा गया, जबकि नवाब सिंह यादव बांदा जेल में बन्द हैं।