अखिलेश यादव हर विधानसभा से 10-10 लोगों को टिकट का झांसा देकर एक को टिकट पकड़ाते हैं और दूसरे को कारण भी नहीं बताते
फर्रुखाबाद।(आवाज न्यूज ब्यूरो) विधानसभा चुनाव के लिए पार्टियां लगातार प्रेस कांफ्रेंस कर रही हैं। इसी क्रम में आज बसपा ने अपने चारों प्रत्याशी घोषित होने के बाद मीडिया के साथ प्रेस कांफ्रेंस की। जिसमें पूर्व सांसद रामबक्श वर्मा ने अन्य पार्टियों सहित अखिलेश पर गंभीर आरोप लगाये और कहा कि अखिलेश दो जन्म भी ले लें फिर भी नेताजी (मुलायम) नहीं बन सकते।
उन्होने कहा कि आज मैं बहुजन समाज पार्टी में हूं। इससे पहले मैं समाजवादी पार्टी में था। सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव मुलायम सिंह यादव की विचारधारा को भूल गये हेंै। पार्टी ने मुझे छोड़ दिया इसलिए हमने पार्टी को छोड़ दिया। पार्टी जिस कार्यकर्ता को छोड़ देती है उसकी जिदंगी बर्बाद कर देती है और धन्ना सेठ को लाकर खड़ा कर देती है और कार्यकर्ता का सारा जीवन बर्बाद हो जाता है। कार्यकर्ता को अधिकार है जो पार्टी उसका सम्मान नहीं करती है उस पार्टी को छोड़ देना चाहिए। सपा ने कई पुराने नेताओं को दरकिनार किया है। समाजवादी पार्टी का सिस्टम फेल हो गया है। सपा में कोई सिस्टम नहीं है किसे टिकट देगें क्या पैमाना होगा? कोई पता नहीं। अखिलेश यादव एक-एक विधानसभा से 10-10 लोगों से कहते हैं कि आपकों टिकट देगें और एक को टिकट देकर दूसरे को सम्मान भी नहीं देते हैं और यह भी नहीं बताते हैं कि क्या कारण रहा है हमें टिकट न देने का। जब टिकट नहीं देनी थी तो पहले कहा क्यूं? अखिलेश कहते थे कि तुम्ही को टिकट मिलेगी तुम चिंता मत करो। सभी दावेदार लगे रहे। उन्होने पैसा खर्च किया और प्रचार किया,ऊर्जा खत्म की। एक को टिकट दे दी बाकी को बता नहीं रहे अखिर क्यूं टिकट काट दी? अगर समझा दो कि टिकट क्यूं काटी तो लोग पार्टी छोड़कर क्यूं जाएंगे। हमें सम्मान न मिले पार्टी का मुखिया जब सम्मान से बात न करें। सम्मान बचाने के लिए पार्टी छोड़नी पड़ती है। मुलायम सिंह यादव किसी भी जिले के वरिष्ठ नेताओं को बुलाते थे। तालमेल बिठाते थे। इनका कोई सिस्टम नहीं है। अखिलेश यादव सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। उन्हें पार्टी की पराम्परा का पालन करना चाहिए। मुझे लगता है अगर अखिलेश यादव इस तरह से काम करेंगें तो उन्हें दो जिदंगी लेनी पड़ेगी तब भी वह नेताजी (मुलायम सिंह यादव) बन पायेगें।