कोविड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर को 24 घंटे सक्रिय रखा जाए
लखनऊ।(आवाज न्यूज ब्यूरो) यूपी में कोविड टीकाकरण तेजी से जारी है। यह संतोषप्रद है कि आज प्रदेश की 99.18 फीसदी वयस्क आबादी टीके की पहली डोज प्राप्त कर चुकी है। जबकि 10 करोड़ से अधिक यानी 68.18 फीसदी लोग टीके की डबल डोज पाकर सुरक्षित है। 25 करोड़ 68 लाख से अधिक कोविड टीकाकरण और 09 करोड़ 90 लाख से अधिक टेस्टिंग करके उत्तर प्रदेश टेस्टिंग और टीकाकरण देश में प्रथम स्थान पर है। ये बातें मुख्यमंत्री योगी ने टीम-9 की बैठक में कही।
3 जनवरी से प्रारंभ हुए 15 से 17 आयु वर्ग के बच्चों के कोविड टीकाकरण में 63.68 फीसदी से अधिक किशोरों ने टीकाकवर प्राप्त कर लिया है। जबकि 31 जनवरी तक के लिए पात्र 87.41 फीसदी लोगों को प्रिकॉशन डोज भी लग चुकी है। यह स्थिति उत्साहवर्धक है। मुख्यमंत्री योगी ने निर्देश दिया कि आगामी विधानसभा चुनावों में आम जन की सहभागिता के दृष्टिगत वैक्सीनेशन को और तेज करने की जरूरत है। इस संबंध में सभी जरूरी प्रयास किए जाएं।
प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर की रफ्तार दिनों-दिन कम होती जा रही है। सभी 75 जिलों में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। बीते 24 घंटों में हुई 02 लाख 02 हजार 582 सैम्पल की जांच में कुल 8,338 नए संक्रमितों की पुष्टि हुई। इसी अवधि में 13,910 लोग उपचारित होकर कोरोना मुक्त भी हुए।
आज प्रदेश में कुल एक्टिव कोविड केस की संख्या कम होकर 59,601 रह गई है। इनमें से 57,478 लोग घर पर ही स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर रहे हैं। अतः घबराने और परेशान होने की नहीं, सतर्कता और सावधानी की जरूरत है। लोगों को मास्क पहनने, टीकाकवर लेने और सोशल डिस्टेन्सिंग के लिए प्रेरित किया जाए। बचाव का यह सर्वोत्तम प्राथमिक उपाय है।
कोविड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर को 24 घंटे सक्रिय रखा जाए
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रदेश के सभी जनपदों में स्थापित किए गए इंटीग्रेटेड कोविड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) को 24×7 एक्टिव रखा जाए। आइसीसीसी में विशेषज्ञ चिकित्सकों का पैनल मौजूद रहे। आईसीसीसी हेल्पलाइन नंबर का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए ताकि लोग किसी जरूरत पर तत्काल वहां संपर्क कर सकें। सीएम हेल्पलाइन से लोगों से संवाद जारी रखें।
कोरोना की रोकथाम के उद्देश्य से जारी विशेष सर्विलांस अभियान के अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। इसे और प्रभावी बनाया जाए। निगरानी समितियां, आशा और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की टीम घर पर जाए तो सभी सदस्यों के स्वास्थ्य का हाल-चाल लें। कोई भी निःशुल्क मेडिकल किट से वंचित न रहे। दिव्यांग, निराश्रित और वृद्धजनों को घर बैठे चिकित्सा सहायता मुहैया कराई जाए। टीकाकरण से वंचित लोगों को चिन्हित कर तत्काल उन्हें टीकाकवर दिया जाए।