लखनऊ। (आवाज न्यूज ब्यूरो)। अशोका यूनिवर्सिटी के एसोसिएट प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद की रविवार को दिल्ली में हुई गिरफ्तारी पर अंबेडकरनगर के पूर्व सांसद व भाजपा नेता रितेश पांडेय ने विरोध जताया है। उन्होंने इस गिरफ्तारी को न्यायसंगत न होने और शीघ्र न्याय करने की मांग भी की है।
पूर्व सांसद ने अपने एक्स पर लिखा कि अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अली ख़ान महमूदाबाद की गिरफ़्तारी दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं प्रोफ़ेसर अली खान को व्यक्तिगत रूप से जानता हूं, हम दोनों बहुत समय से मित्र हैं। अभी उनके परिवार को उनकी आवश्यकता भी है। राष्ट्र के प्रति उनके समर्पण पर कोई प्रश्नचिह्न नहीं लगाया जा सकता है।
सोशल मीडिया के जिस पोस्ट के आधार पर उन पर केस किया गया है और गिरफ़्तारी हुई है, वह पोस्ट उन्होंने हटा भी दिया था। वैसे भी उस पोस्ट में ऐसी कोई बात नहीं कही गई थी, जिसके लिए पुलिस में शिकायत की जाए या उन्हें गिरफ्तार किया जाए। मैं यह आशा करता हूं कि प्रोफेसर अली खान के साथ शीघ्र न्याय हो। इस तरह से कार्रवाई करना न्यायसंगत नहीं है। पूर्व सांसद का बयान उस समय आया है जब ऑपरेशन सिंदूर में शामिल महिला सैन्य अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर देश भर में उबाल है। अलग-अलग दल के नेता इस पर राजनीति कर रहे हैं। बता दें प्रो. अली खान मूलरूप से सीतापुर के महमूदाबाद का निवासी है और महमूदाबाद स्टेट के राजा अमीर अहमद खान का पुत्र है और उनके निधन के बाद विरासत के उत्तराधिकारी भी है। महिला सैन्य अधिकारियों पर आपत्तिजनक टिप्पणी पर महिला आयोग अध्यक्ष ने नोटिस जारी की थी, लेकिन अली खान ने जवाब देना जरूरी नहीं समझा। इस प्रकरण में अली खान के खिलाफ दो मुकदमें दर्ज किए गए थे। पूर्व सांसद रितेश पांडेय ने अमर उजाला से बातचीत में बताया कि प्रोफेसर अली खान के साथ उन्होंने लंदन में पढ़ाई की है और वह उनके घनिष्ठ मित्र भी हैं। व्यक्तिगत रूप से वह प्रोफेसर के साथ हैं, इसका पार्टी से कोई लेना देना नहीं है। अली खान की पत्नी गर्भवती हैं और कभी भी प्रसव हो सकता है। ऐसे में परिवार को उनकी जरूरत है। जिस टिप्पणी का हवाला देकर गिरफ्तारी की गई है, उसमें सैन्य अधिकारियों के प्रति कोई टिप्पणी नहीं थी।
