लखनऊ।(आवाज न्यूज ब्यूरो)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधा। मुख्य विपक्षी दल पर निशाना साधते हुए सीएम योगी ने कहा कि इसी आजमगढ़ ने उन्हें मुख्यमंत्री बनाया, सांसद बनाया लेकिन वे न तो विश्वविद्यालय बना पाए और न ही एक्सप्रेस-वे। हमने एक गैर सैफई निवासी को सांसद बनाया। 2016 में 110 मीटर चौड़ा एक्सप्रेस-वे बना रहे थे, टेंडर जारी हो गया। एक्सप्रेस-वे के निर्माण में लूट मचाने वाले आज ईमानदार होने का दिखावा कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो भी सुरक्षा व्यवस्था में घुसपैठ करने की कोशिश करेगा, उसका टिकट पहले से ही आरक्षित कर दिया जाएगा। पहले विकास के नाम पर ये लोग डी कंपनी यानी दाऊद कंपनी को पालते थे। हमारी सरकार ने ऐसे लोगों को नर्क का टिकट दिया है। भाजपा की डबल इंजन सरकार 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को पूरा करने के लिए काम कर रही है। प्रदेश अब बीमारू राज्य से एक्सप्रेस-वे वाले राज्य के रूप में अपनी पहचान बना रहा है। आठ साल पहले लोग आजमगढ़ का नाम लेने से डरते थे। आजमगढ़ अब विकास की मुख्यधारा में शामिल हो गया है।
योगी ने कहा कि बेटियों और व्यापारियों समेत हर नागरिक को सुरक्षा मुहैया कराई जा रही है। सुरक्षा का उल्लंघन करने वालों को यमराज का टिकट भी मुहैया कराया जा रहा है। दूसरों की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने वालों के लिए पहले से टिकट आरक्षित कराना जरूरी है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश ने विरासत और विकास का अद्भुत तालमेल स्थापित किया है। प्रयागराज का महाकुंभ, अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण, काशी विश्वनाथ धाम, मां विंध्यवासिनी धाम, काशी में चित्रकूट धाम का विकास इसके उदाहरण हैं। हम उत्तर प्रदेश के बुनियादी ढांचे को इतना मजबूत बनाएंगे कि कोई इसे रोक न सके। 2017 से पहले सिर्फ दो एयरपोर्ट थे। अब प्रदेश में 16 एयरपोर्ट हैं। अब हमारे युवाओं को यूपी में ही नौकरी मिले, इसके लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है।
ज्ञात हो कि गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 91.35 किमी है। यह गोरखपुर में एनएच-27 पर जैतपुर के पास से शुरू होकर आजमगढ़ के सलारपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से मिलता है। गोरखपुर, संत कबीर नगर, अंबेडकर नगर और आजमगढ़ के चार जिलों में पड़ने वाले इस पूरी तरह से नियंत्रित पहुंच एक्सप्रेसवे को चार लेन में बनाया गया है और भविष्य में इसे छह लेन तक बढ़ाया जा सकता है। भूमि अधिग्रहण सहित इस एक्सप्रेसवे परियोजना की लागत 7283.28 करोड़ रुपये है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण दो पैकेजों में किया जा रहा है, गोरखपुर के जैतपुर से अंबेडकर नगर के फुलवरिया तक (48.317 किमी) और फुलवरिया से आजमगढ़ के सलारपुर तक (43.035 किमी)। पहले पैकेज का निर्माण एप्को इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड द्वारा कार्यान्वयन एजेंसी के रूप में किया जा रहा है और दूसरे पैकेज का निर्माण दिलीप बिल्डकॉन लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है।
