नई दिल्ली।(आवाज न्यूज ब्यूरो) शिवपाल यादव के भाजपा में जाने की अटकलों के बीच सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव ने दिल्ली में पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव से मुलाकात की। यादव कुनबे में इन दिनों सब कुछ ठीक नहीं है। चुनाव परिणाम आने के बाद अखिलेश यादव द्वारा बुलाई गई विधायकों की बैठक में शिवपाल को न्योता नहीं भेजा गया था। इससे नाराज शिवपाल यादव ने 28 मार्च को अपने बड़े भाई मुलायम सिंह यादव से मुलाकात की थी।
वहीं सियासी गलियारों में चर्चा है कि शिवपाल यादव अब भाजपा में शामिल हो सकते हैं। पीएम मोदी को ट्विटर पर फॉलो करना, सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करना और उनको फॉलो, इसके संकेत भी माने जा रहे हैं। शिवपाल सिंह यादव के इस कदम से एक बार फिर से राजनीति में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। इससे पहले चर्चा थी कि शिवपाल यादव ने दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह से मुकाकात की, उसके बाद शिवपाल यादव बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिले थे।
पुरानी बातों को भुलाकर शिवपाल यादव विधानसभा चुनाव से पहले अखिलेश के साथ आए। उन्हें उम्मीद थी कि अखिलेश उनको व उनकी पार्टी को पूरा सम्मान देंगे। यहां पर भी शिवपाल को निराशा ही हाथ लगी। अखिलेश ने उनकी पार्टी के एक भी नेता को टिकट नहीं दी। इसके बाद भी शिवपाल अखिलेश के साथ रहे। फिर चुनाव परिणाम के बाद बुलाई गई बैठक में न्योता न मिलने से शिवपाल के दिल का दर्द छलक आया। अपनों के बीच खुद को उपेक्षित महसूस कर रहे शिवपास ने अब ऐसा दांव फेंक दिया है कि अखिलेश यादव को दिल्ली जाना पड़ा है।
शिवपाल यादव अपने भाई मुलायम सिंह यादव के प्रिय और करीबी हैं। सियासत के दांव पेंच उन्होंने अपने भाई से ही सीखे हैं। कई बार कुश्ती के आयोजनों के दौरान तंज कसते हुए शिवपाल अखिलेश को ये संदेश दे चुके हैं कि मैंने सियासत और पटखनी के दांव नेता जी से सीखे हैं। किसे कब और कहां पटखनी देनी है, ये हमें अच्छी तरह पता है।
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