सेंट्रल जेल
• काउंसलिंग कर धूम्रपान न करने की दिलाई गई शपथ
फर्रुखाबादl (आवाज न्यूज ब्यूरो) “राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम” के अन्तर्गत 15 जून तक तंबाकू नियन्त्रण अभियान चलाया जा रहा है l जिसके लिए गुरूवार को सेन्ट्रल जेल में बंदियों को जादूगर दिनेश कौशल ने जादू के माध्यम से तंबाकू से होने वाली बीमारियों के बारे में जानकारी दी गई l
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सतीश चंद्रा ने कहा कि विश्व में लाखों लोग हर वर्ष तम्बाकू सेवन से अपनी जान गँवाते हैं | इनमें हर वर्ष करीब नौ लाख भारतीय तम्बाकू सेवन से जान गँवाते हैं, जो क्षय रोग, एड्स एवं मलेरिया से होने वाली मौतों से अधिक है। इसलिए इस भीषण त्रासदी को रोकने के लिए हम सभी को मिलकर तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम को सफल बनाना होगा | यह हमारे आपके जीवन के लिए मीठे जहर के समान है इसको अभी नहीं छोड़ा तो यह आपका जीवन छीन लेगा |
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी और तम्बाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ के नोडल अधिकारी डॉ दलवीर सिंह ने बताया कि प्रतिदिन 2200 से अधिक भारतीय तम्बाकू सेवन के कारण मरते हैं तथा भारत में कैंसर से मरने वाले 100 रोगियों में 40 तम्बाकू के प्रयोग के कारण मरते हैं । लगभग 95 प्रतिशत मुख का कैंसर तम्बाकू सेवन करने वालों को होता है। उ0प्र0 राज्य तम्बाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ द्वारा चलाये जा रहे इस कार्यक्रम मे सबका सहयोग एवं जागरूकता अति आवश्यक है।
तंबाकू नियन्त्रण प्रकोष्ठ के जनपद सलाहकार सूरज दुबे ने कहा कि धूम्रपान करने वाला व्यक्ति न केवल अपने जीवन के लिए बल्कि अपने परिवार व समाज के लिए भी कैंसर का खतरा पैदा करता है। इसलिए हम सभी को तम्बाकू से बने उत्पादों को छोड़ना हितकर रहेगा और साथ ही समाज को इनसे होने बाले खतरों से आगाह करना होगा |
डॉ राममनोहर लोहिया चिकित्साल्य में साईक्लोजिस्ट के पद पर तैनात अमित सिसौदिया ने बंदियों की काउंसलिंग करते हुए कहा कि धूम्रपान हमारे शरीर के लिए इतना घातक है कि हम अपने जीवन से भी हाथ धो बैठते हैं |
अमित ने कहा कि सभी प्रकार के तम्बाकू उत्पादों पर लिखा होता है कि तम्बाकू के सेवन से कैंसर हो सकता है , लेकिन लोग जानकर भी अनजान बने रहते है| तम्बाकू ने कई हँसते खेलते परिवारों को बर्बाद कर दिया है इसलिए हम सभी को इस ओर अधिक ध्यान देने की जरुरत है |
धूम्रपान छोड़ने के 20 मिनट बाद रक्तचाप व हृदयगति सामान्य हो जाती है, 24 घण्टे बाद शरीर से जहरीली गैस निकल जाती है, 72 घण्टे बाद साँस लेना आसान हो जाता है, और 2 से 4 सप्ताह बाद रक्त संचार में सुधार आ जाता है।
डॉ राममनोहर लोहिया चिकित्सालय पुरुष में तम्बाकू को छोडने के लिए गोलियाँ निशुल्क दी जाती हैं |
इस दौरान सेंट्रल जेल में तैनात डॉ नीरज सहित अन्य लोग मौजूद रहे l