कानपुर। (आवाज न्यूज ब्यूरो) शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने शनिवार को 36 उपद्रवियों की लिस्ट जारी की थी। इस लिस्ट में समाजवादी पार्टी के एक नेता निजाम कुरैशी का नाम भी शामिल है। वह सपा की शहर टीम में सचिव था। हालांकि पार्टी ने उसे 20 मई को बर्खास्त कर दिया था। वह फिलहाल कानपुर पुलिस की गिरफ्त में है। बता दें कि पुलिस अब तक 29 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है, जिसमें कानपुर हिंसा का मास्टरमाइंड जफर हयात हाशमी के अलावा जावेद अहमद खान, मोहम्मद राहिल और मोहम्मद सुफियान अहम नाम शामिल हैं। सपा नेता का नाम लिस्ट में पांचवें नंबर पर है।
वहीं, निजाम कुरैशी की गिरफ्तारी के बाद कानपुर के सपा जिलाध्यक्ष इमरान ने कहा कि हमने उसे 20 मई को पार्टी से बर्खास्त कर दिया था, क्योंकि वह सक्रिय नहीं था। इसके अलावा निजाम कुरैशी की सपा के कानपुर के तीनों विधायकों इरफान सोलंकी, अमिताभ बाजपेई और हसन रुमी के साथ फोटो सामने आयी है। बता दें कि पुलिस ने कानपुर में हिंसा और पथराव की घटना के एक दिन बाद शनिवार को 500 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए। हिंसा में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद 40 लोग घायल हो गए थे।
लिस्ट में शामिल हैं ये नाम
1.जफर हयात हाशमी
2.एहितशाम कबाड़ी
3.जीशान
4.आकिब
5.निजाम कुरैशी
6.आदिल
7.इमरान कालिया
8.शहरयान
9.युसूफ मंसूरी
10.आमिर जावेद अंसारी
11.मुदस्सिर
12.मोहम्मद आजाद
13.जीशान एवेंजर
14.अब्दुल सकील
15.इरफान चड्डी
- शेरा
17.सफी
18.अरफित
19.इसराईल - अकील खिचड़ी
21.अदनान
22.परवेज उर्फ चिक्कन
23.शादाब - इसरत अली
25.मोहम्मद राशिद
26.अलीशान - नासिर
- आशिक अली
29.मोहम्मद आकिब
30.मोहम्मद साजिद
31.अनस
32.शाहिद
33.बिलाल
34.हाजी मोहम्मद नासिर
35.हबीब - रहमान
कानपुर हिंसा के मामले में कोर्ट ने जफर हयात हाशमी समते चार आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। हालांकि कानपुर पुलिस ने रविवार को कोर्ट बंद होने के कारण जफर हयात हाशमी, जावेद अहमद खान, मोहम्मद राहिल और मोहम्मद सुफियान को मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश करते हुए 14 दिन की रिमांड मांगी थी, लेकिन कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेजा है। पुलिस ने शनिवार को यूपी की राजधानी लखनऊ से हिंसा के मास्टरमाइंड हयात जाफर हाशमी समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया था। इनके पास से 6 मोबाइल फोन और कुछ दस्तावेज बरामद हुए हैं जिसकी जांच कराई जा रही है। यह सभी कानपुर हिंसा में मुकदमा दर्ज होने के बाद और गिरफ्तारी से बचने के लिए लखनऊ में एक न्यूज चैनल के यूट्यूब ऑफिस में जाकर छिप गए थे।
कानपुर हिंसा के बाद यूपी सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं और इस मामले को हर तरीके से खंगाला जा रहा है। इस बीच यूपी एटीएस के एडीजी नवीन अरोड़ा भी कानपुर पहुंच गए हैं। अब यूपी पुलिस के साथ एटीएस भी कानपुर हिंसा की जांच में शामिल हो गई है। दरअसल इस हिंसा के पीछे पीएफआई और आतंकी कनेक्शन की जांच पड़ताल होगी।