तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस में विदेशी विद्वानों ने की यहां के हुनर की तारीफ
बृजेश चतुर्वेदी
कन्नौज।(आवाज न्यूज ब्यूरो) इंसानियत की सीख और अमन का पैगाम देने के लिए इत्र नगरी में तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कॉफ्रेंस का आगाज बुधवार से हो गया है। यहां पहले दिन हुए उर्स में ऑनलाइन वेबसाइट से जुड़कर विदेशों से जानकारों ने नूरानी की बारिश की। कई लोगों ने प्रोग्राम से जुड़कर मुल्क की सलामती की दुआएं मांगीं। उलेमा की तकरीर से लोग सीख लेने में जुटे रहे। उर्स का संचालन मौलाना आसिफ ने किया।
शहर के हम्मालीपुरा मोहल्ला स्थित मदरसा अहमदिया में शुरू हुई अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस के पहले दिन ऑनलाइन प्रोग्राम हुआ। शुरुआत मौलाना जियाउल कमर ने कुरान शरीफ से की। खानकाह-ए-मुजद्दिदिया आफाकिया के उर्स में शिरकत करने की अपील जिला काजी मौलाना अहमद सईद ने की थी। मौलाना अबुल कैस ने नातिया शायरी पेश की। मुफ्ती आफाक अहमद मुजद्दीदी ने कहा कि पैगंबर इस्लाम ने मोहब्बत का संदेश दिया। आस्ट्रेलिया से शेख डॉ. सलीम अलवान हुसैनी ने मुफ्ती आफाक अहमद मुजद्दिदी रहमतुल्लाह अलैह के जीवन पर रोशनी डाली। कहा कि मुफ्ती आफाक अहमद मुजद्दिदी साहब ने कन्नौज में शिक्षा के क्षेत्र में बेमिसाल काम किया है।
उन्होंने कहा कि आज पूरा कन्नौज इल्म की खुशबू से महक रहा है। बांग्लादेश से सैय्यद शाकिर अली साहब व जयपुर से मुफ्ती खालिद अय्यूब मिस्बाही समेत मुल्क भर के कई राज्यों से सूफियों ने उर्स में ऑनलाइन शिरकत की।
इस दौरान मौलाना नूरुद्दीन आफाकी, बिलाल आफाकी मौजूद रहे। जिला काजी मौलाना अहमद सईद मुजद्दिदी, उर्स कमेटी के उपाध्यक्ष मौलाना बरकात अहमद ने सबका शुक्रिया अदा कर मुल्क की सलामती के लिए दुआएं कीं।