1 वर्ष से 19 वर्ष तक के 9 लाख बच्चों को खिलाई जाएगी कृमि मुक्ति की दवा,
फर्रुखाबाद l(आवाज न्यूज ब्यूरो) जिले में 20 जुलाई से राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान शुरू हो रहा है। अभियान की सफलता के लिए शुक्रवार को जिलाधिकारी संजय सिंह की देखरेख में अंतर विभागीय बैठक कीl
जिलाधिकारी ने कहा कि अभियान के दौरान सभी लोग अपने बच्चों को कृमि नाशक दवा जरूर खिलाएं l साथ ही निर्देश दिया कि अभियान में शामिल सभी विभाग लापरवाही न बरतेंl मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अवनींद्र कुमार ने बताया कि जिले में 9 लाख 7 हजार 820 बच्चे व किशोर को टैबलेट खिलाई जानी है। अभियान के दौरान जो बच्चे किसी कारण से छूट जाते हैं उनको 25, 26 और 27 जुलाई को चलने वाले मापअप राउंड में दवा खिलाई जाएगीl
एनडीडी प्रोग्राम के नोडल अधिकारी डॉ यू सी वर्मा ने बताया कि जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्र और स्कूल में एक से 19 वर्ष तक के सभी बच्चों को कृमि नाशक दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है l जो लक्ष्य जिले को मिला है उसको पूरा करने का भरसक प्रयास किया जायेगा l
देने का लक्ष्य है।
डॉ वर्मा ने बताया कि यह दवा सुरक्षित है। मिट्टी, पानी और वातावरण के कारण बच्चे और बड़े दोनों में कृमि हो सकता है। हुकवर्म, टैप वर्म और हिव्प वर्म है।
डॉ वर्मा ने बताया कि स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रो में बच्चों को एक -एक अल्बेंडाजोल की टेबलेट खिलाई जाएगी। जो बच्चे और किशोर जो स्कूल नहीं जाते हैं उन पर भी विशेष फोकस किया जाएगा।
डॉ वर्मा ने बताया कि पेट में कृमि होने से कई तरह की समस्या हो सकती है। ऐसे लक्षण के प्रति माता-पिता को जागरूक रहना चाहिए। बच्चों का पढ़ने में मन नहीं लगेगा। खाने में रूचि घटने लगेगी या अधिक भोजन करेंगे लेकिन शरीर में नहीं लगेगा। अल्बेंडाजोल की गोली खिलाने से बच्चे एनीमिया का शिकार होने से बच सकते हैं। मानसिक तनाव से छुटकारा मिलता है। बच्चे का स्वास्थ्य अच्छा रहता है।मानसिक और शारीरिक विकास के लिए एक से 19 वर्ष तक बच्चों को गोली खिलानी जरूरी है।
राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के जिला सलाहकार चंदन यादव ने बताया कि समुदाय को जागरूक करने के लिए आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को जिम्मेदारी दी गई है। एक से पांच तक स्कूल नहीं जाने वाले बच्चे को आंगनबाड़ी केंद्रों में दवा दी जाएगी। एक से दो वर्ष तक बच्चे को आधी गोली चूर्ण बनाकर खिलानी है। ऐसे बच्चे जो बीमार हैं या अन्य दवा चल रही है उसको कृमि की दवा नहीं देनी है।
चंदन ने बताया कि जिले की बरौन सीएचसी को 73,774 बच्चों को, कायमगंज में 1,29,895, कमालगंज में 1,40,990, मोहमदाबाद में 1,36,800, नवाबगंज में 79,723, राजेपुर में 89657, शमसाबाद में 1,11,119 और शहरी क्षेत्र में 1,45,862 बच्चों को कृमि नाशक दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है l
इस दौरान जिला विकास अधिकारी वाई के पाठक, एसीएमओ डॉ रंजन गौतम, डीपीएम कंचन बाला,सभी ब्लॉक के सीडीपीओ, खंड शिक्षा अधिकारी, प्रभारी चिकित्साधिकारी, एविडेंस एक्शन से जिला समन्वयक अमर सिंह सहित अन्य लोग मौजूद रहे l