तालग्राम की घटना ने तूल पकड़ा तो उपद्रवियों ने मचाया उत्पात
नए डीएम शुभ्रांत कुमार शुक्ला और एसपी कुंअऱ अनुपम सिंह ने लिया चार्ज, सम्हाल लिया मोर्चा
बृजेश चतुर्वेदी
कन्नौज। (आवाज न्यूज ब्यूरो)शनिवार को तालग्राम में हुई घटना में लाचर पर्यवेक्षण का आरोप लगाते हुए शासन ने देर रात पहले एसपी और फिर डीएम को हटा दिया। दोनों आला अफसरों को बाध्य प्रतीक्षा में रखा गया है। 2013 बैच के शुभ्रांत कुमार शुक्ला को कन्नौज का नया डीएम बनाया गया है। वे चित्रकूट से जिले में स्थानांतरित होकर आने वाले दूसरे डीएम होंगे। इससे पहले 5 सितम्बर 2012 को डॉ आदर्श सिंह चित्रकूट से आकर यहाँ के डीएम बने थे। नए जिलाधिकारी अपरान्ह 2 बजे कन्नौज पहुंच गए और उन्होंने यहां का प्रभार लेने से पहले अपर जिलाधिकारी गजेंद्र कुमार से जिले के हालात पर चर्चा की। निवर्तमान जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्रा दो वर्ष चार माह 26 दिन जिले के जिलाधिकारी रहे और वे जिले में काफी लोकप्रिय रहे और उनके कार्यकाल में जिले ने कई उपलब्धियां हासिल की।
नवागन्तुक जिलाधिकारी सर्किट हाउस से सीधे कोषागार पंहुंचे जहाँ उन्होंने जिला कलेक्टर का प्रभार लिया वे प्रभार ले ही रहे थे कि निवर्तमान जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्रा भी कोषागार पहुंच गए और प्रभार लेकर दोनों आला अफसर एक ही वाहन से तालग्राम के लिए रवाना हो गए। वहां पहुंचकर नए डीएम और एसपी ने सभी धर्मगुरुओं को संयुक्त बैठक बुलाकर उनसे लंबी मन्त्रणा की।
2013 बैच के सीधी भर्ती के अधिकारी कुंअर अनुपम सिंह को शासन ने देर रात कन्नौज का एसपी घोषित किया और सुबह उन्हें जिले का प्रभार लेने का निर्देश दिया। एसपी आज पूर्वान्ह पुलिस कार्यालय पहुंचे और कार्यभार लेकर सीधे तालग्राम रवाना हो गए। पूरे जिले की पुलिस और नए पुराने दोनों एसपी दिन भर आज वहीं मोर्चा सम्हाले रहे।
इलाहाबाद के मूल निवासी अनुपम सिंह की जिले में यह पहली तैनाती है इस से पूर्व वे सतर्कता अधिष्ठान में एसपी थे।
इंफॉरमेशन टेक्नोलॉजी में बीटेक की उपाधि प्राप्त नए एसपी सूचना संग्रहण के मास्टर बताए जाते है और वे साइबर क्राइम अन्वेषण में विशेषज्ञ है।
मात्र 14 दिन पहले पीएसी की 41 बी वाहिनी के सेनानायक पद से स्थानांतरित होकर कन्नौज आये राजेश कुमार श्रीवास्तव को भी फिलहाल बाध्य प्रतीक्षा में रखा गया है।
घटना की जानकारी होते ही कानपुर के मंडलायुक्त डॉ. राजशेखर और आईजी प्रशांत कुमार भी तालग्राम पहुंचे थे । उन्होंने थाने में डीएम और एसपी से पूरी घटना की जानकारी ली। आईजी ने आगजनी करने वाले लोगों को चिन्ह्ति कर रिपोर्ट दर्ज कराने के आदेश भी दिए हैं। रसूलाबाद में हुई घटना के बाद पूरा प्रकरण सांप्रदायिक हो गया। अराजकतत्वों ने दोनों धर्म के लोगों के धार्मिक स्थलों को नुकसान पहुंचाया, तो कई दुकानों में भी आग लगा दी थी।
इसको देखते हुए डीएम और एसपी के आदेश पर कस्बे और इसके आसपास स्थित सभी धार्मिक स्थलों पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया। पीएसी, फायर टेंडर, वज्र वाहन भी तालग्राम में ही हैं। डीएम और एसपी ने कलकत्तापुरवा जाकर ग्रामीणों को समझाया और अराजकता करने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी। यहां के ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि जिसने भी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई है उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
पुलिस अधीक्षक ने देर रात तालग्राम के प्रभारी निरीक्षक हरिश्याम सिंह को निलंबित कर दिया था। यहां जितेंद्र सिंह को नया प्रभारी बनाया गया है। इसके अलावा तालग्राम थाने के दो उपनिरीक्षक विनय कुमार और राम प्रकाश भी निलंबित किए गए हैं। तालग्राम थाना क्षेत्र के गांव रसूलाबाद और फिर कस्बे के मोहल्ला टिकुरियान में बिगड़े हालात के बाद इलाके के सभी धार्मिक स्थलों पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
कुछ स्थानीय लोगों ने डीएम और एसपी से शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि रसूलाबाद के पास एक अवैध बूचड़खाना लंबे समय से संचालित हो रहा है। आरोप है कि थाने के अधिकांश जिम्मेदार इसके बारे जानते है, लेकिन फिर भी कोई कार्रवाई नहीं होती है। आशंका यह भी जताई जा रही कि इसी बूचड़खाने से मवेशियों के अवशेष लाकर मंदिर के हवन कुंड में लाकर डाल दिए गए।
माहौल बिगड़ने पर डीएम और एसपी ने खुद ही मोर्चा संभाल लिया। डीएम राकेश मिश्र आगे-आगे हाथ में पुलिस की लाठी लेकर चलते नजर आए, तो फिर मातहतों ने सख्त रुख दिखाया। इसके बाद स्थिति शांत हुई। हालात को देखते हुए अधिकांश लोगों ने अपनी दुकानें बंद कर ली। बंद दुकानों के कारण पूरे कस्बे में सन्नाटा नजर आया। जगह-जगह पुलिस बल ही तैनात दिखा।