बृजेश चतुर्वेदी
कन्नौज। (आवाज न्यूज ब्यूरो) सांप्रदायिक बवाल के बाद तालग्राम कस्बे में फर्रुखाबाद, औरैया व इटावा से भारी संख्या में पुलिस फोर्स बुला लिया गया, वहीं कानपुर के मंडलायुक्त डा. राजशेखर व पुलिस महानिरीक्षक प्रशांत कुमार भी पहुंच गए। दोनों अधिकारियों ने घटनास्थल का जायजा लेकर डीएम-एसपी को अराजकतत्चों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। तनाव को देखते हुए कस्बे में सभी मंदिरों व मस्जिदों के बाहर भारी तादाद में पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया। पुलिस के कई सीओ व इंस्पेक्टर आसपास के गांवों में ग्रामीणों से संवाद स्थापित कर रहे हैं। अपर पुलिस अधीक्षक डा. अरविंद कुमार व सीओ सिटी ने कमान संभालकर उपद्रवियों की तलाश में जुट गए हैं।
थाना तालग्राम में तैनात उपनिरीक्षक राम प्रकाश ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। उन्होंने बताया कि गांव रसूलाबाद में शिव मंदिर स्थित है। मंदिर परिसर में मांस के टुकड़े फेंके गए हैं। इससे लोगों में नाराजगी है। पुलिस ने धर्म को लेकर नफरत फैलाने की कोशिश व उपद्रव करने के तहत कार्रवाई की। एक वर्ग के धर्म का अपमान करने के आशय से उपासना स्थल को अपवित्र करने एवं धार्मिक भावनाओं को आहत करने के इरादे से जानबूझकर दुर्भावनापूर्ण कार्य करने की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज हुआ,। बाद में पुलिस अधीक्षक ने इस उपनिरीक्षक को भी निलंबित कर दिया।
देव प्रतिमाओं को क्षतिग्रस्त करने के लिए 10-15 नकाबपोश पहुंचे थे। इन सभी ने बुर्का पहन रखा था। ऐसा करने के पीछे पुलिस को भ्रमित करने की मंशा झलक रही है। 10-15 नकाबपोश बुर्का पहनकर मोहल्ला टिकुरियन में पहुंचे। वहां पहले सार्वजनिक स्थल पर ब्रह्मदेव के नीचे स्थापित शनिदेव की प्रतिमा का हाथ तोड़ दिया। इसके बाद खेत में स्थापित शिवलिंग के पास स्थापित नंदी की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त किया। बुर्का पहनने के पीछे वजह थी कि पुलिस व लोग महिलाओं की ओर से वारदात को अंजाम दिए जाने की बात समझें। ऐसे में अराजकतत्व कार्रवाई से बच जाएं। वारदात करने वाले सभी युवक बताए जा रहे हैं। एक की पहचान भी कर ली गई है। अन्य के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
शिव मंदिर पर मांस के टुकड़े फेंकने को लेकर पड़ताल में जुटी पुलिस ने गांव रसूलाबाद से पांच छह युवकों को हिरासत में ले लिया है। इन्हें पहले तालग्राम लाया गया। वहां से किसी अन्य थाने में भेज दिया गया है। लोग युवकों के बारे में जानकारी करने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन थाना तालग्राम के हवालात खाली पड़े हैं। माना जा रहा है कि पुलिस ने पड़ताल के लिए कार्रवाई को गोपनीय रखते हुए सभी को किसी अन्य थाने में पहुंचा दिया है।
मंदिर में हुई घटना के बाद आगजनी व प्रतिमा क्षतिग्रस्त की गई। इसके बाद इंटरनेट मीडिया पर भी फोटो व वीडियो अपलोड किए जाने का सिलसिला चल निकला। किसी भी मामले को बढ़ने से रोकने के लिए पुलिस कर्मियों की स्पेशल ड्यूटी इंटरनेट मीडिया की निगरानी पर लगाई गई है। सभी वीडियो व फोटो की पड़ताल की जा रही हैं। इन पर लिखी जाने वाली टिप्पणियों को भी चिन्हित किया जा रहा है। अमर्यादित टिप्पणी करने वालों व अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ अफसर कार्रवाई की तैयारी भी करवा रहे हैं। ऐसे में अधिकारियों ने सभी लोगों से किसी भी प्रकार की टिप्पणी इंटरनेट मीडिया पर करने से बचने के लिए कहा है।