लखनऊ।(आवाज न्यूज ब्यूरो) यूपी का किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज कैंसर मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने की दिशा में एक बहुत बड़ा कदम उठाने जा रहा है। इसके तहत कैंसर कम्युनिटी नेटवर्क नाम से एक पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत कर दी गई है। इसके जरिए जो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं, वहां के चिकित्सकों को प्रशिक्षण दिया गया है, ताकि अगर वहां पर कैंसर का कोई मरीज आता है शुरुआती चरण में तो उसके लक्षणों को पहचान कर सही समय पर उसे केजीएमयू में रेफर कर दिया जाए।
ऐसे में पहले स्टेज पर ही उसका कैंसर का इलाज हो जाए, इससे कैंसर मरीजों की जान बच जाएगी। इसके अलावा इस प्रोजेक्ट के तहत यह भी फैसला लिया गया है कि केजीएमयू से जो भी कैंसर का मरीज जांच और इलाज कराकर जाता है, अगर वह दूरदराज का है तो उसे फॉलोअप के लिए बार-बार केजीएमयू न आना पड़े बल्कि वह अपने स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर ही दिखा कर इलाज करवा सके। अगर कैंसर वापस लौट आया है या बीमारी के थोड़े से भी लक्षण उसके अंदर रह गए हैं तो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के जो चिकित्सक हैं, वहीं पर उसका जांच इलाज करके सही समय पर केजीएमयू रेफर कर देंगे।
केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ. सुधीर ने बताया कि अभी केजीएमयू के ऐसे कैंसर मरीज जो दूरदराज के होते हैं, उन्हें बार-बार फॉलोअप के लिए आना पड़ता है। ऐसे में उनका खर्चा भी अधिक होता है। साथ ही उनके वक्त की भी बर्बादी होती है और बीमार मरीज को यात्रा करने में भी दिक्कत होती है। मरीजों को इस दिक्कत से छुटकारा दिलाने के लिए ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सकों को प्रशिक्षण दिया गया है ताकि फॉलोअप का पूरा इलाज और जांच वहीं पर कर सकें। इसके अलावा ऐसे चिकित्सक शुरुआती दौर में कैंसर के मरीजों को लक्षण के आधार पर उनकी पहचान करके सही समय पर केजीएमयू में रेफर कर देंगे।
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