कन्नौज : हर ग्राम पंचायत में गठित होगी पोषण पंचायत, बच्चो के विकास पर रखेगी पैनी निगाह : डॉo पूजा सिंह

बृजेश चतुर्वेदी

कन्नौज। (आवाज न्यूज ब्यूरो) पोषण अभियान के अंतर्गत वर्ष 2018 से लगातार प्रतिवर्ष  सितंबर को  पोषण माह के रूप में मनाया जाता हैं। इस वर्ष पांचवा पोषण माह है। इस वर्ष भी पोषण माह को विभिन्न विभागों के कन्वर्जेंस के साथ मनाया जाना है। बाल विकास विभाग के साथ-साथ अन्य विभाग जैसे स्वास्थ्य विभाग, पंचायती राज विभाग, शिक्षा विभाग, नमामि गंगे एवं जलापूर्ति, ग्राम विकास विभाग की अहम भूमिका है. इस वर्ष पोषण माह की थीम है – सशक्त सबल नारी, साक्षर बच्चा, स्वस्थ भारत। 

तालग्राम बाल विकास परियोजना की परियोजना अधिकारी डॉ. पूजा सिंह ने पोषण अभियान के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि इस बार के पोषण माह में एक नई बात जोड़ी गयी है वह है पोषण पंचायत का गठन एवं कुपोषण दूर करने में पोषण पंचायत की सक्रिय भागीदारी। इस कार्यक्रम के तहत प्रत्येक ग्राम सभा में एक पोषण पंचायत का गठन किया जाएगा। इसकी अध्यक्षता यदि महिला ग्राम प्रधान है उनके द्वारा अथवा ग्राम की अन्य महिला द्वारा की जाएगी। पोषण पंचायत में सदस्य के रूप में 10 से 15 महिलाओं को नामित किया जाएगा। यह महिलाएं आईसीडीएस विभाग की लाभार्थी महिलाएं अथवा आंगनवाड़ी केंद्र लाभार्थियों कीअभिभावक हो सकती हैं। यह भी आवश्यक होगा कि यह महिलाएं समुदाय के वंचित समूह से हो ताकि उनके प्रतिनिधित्व से समस्याओं का निराकरण हो सके।

पोषण पंचायत, ग्राम सभा की एक अधीनस्थ समिति के रूप में कार्य करेगी। इसके सदस्य प्रति माह बैठक का आयोजन करेंगे आंगनबाड़ी कार्यकत्री अनिवार्य रूप से इस में भाग लेगी। आशा को भी इसमें बुलाया जाएगा. पोषण पंचायत की बैठक में सदस्यों द्वारा कम वजन के शिशु, सेम/मैम, गंभीर अल्पवजन के बच्चों की पोषण श्रेणी के स्तर में बदलाव की जानकारी ली जाएगी। पोषण पंचायत के सदस्य अनुपूरक पुष्टाहार की गुणवत्ता तथा उसके वितरण की निगरानी करेंगे। कितनी गर्भवती महिलाओं की वजन की जांच हुई, कितनी महिलाएं कुपोषित है अथवा एनीमिया से ग्रसित है, कितनी महिलाओं को पोषण परामर्श प्राप्त हुआ है इसकी भी जानकारी ली जाएगी। नवजात शिशु के घर आंगनबाड़ी कार्यकत्री और आशा द्वारा संयुक्त रूप से किए गए गृह भ्रमण की स्थिति का आकलन किया जाएगा। जन्म के समय कम वजन व 5 वर्ष से कम आयु के कुपोषित बच्चों की संख्या, उसके कारणों, पोषण व्यवहार में कमी, सेवाओं की पहुंच तथा उपलब्धता पर भी चर्चा की जाएगी। आंगनबाड़ी केंद्र पर सामुदायिक गतिविधियों में भी पोषण पंचायत के सदस्य प्रतिभाग कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त माह के अंतिम सप्ताह में आंगनवाड़ी केंद्रों पर वजन सप्ताह का आयोजन किया जाएगा। स्वस्थ बालक बालिका प्रतियोगिता का आयोजन स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से किया जाएगा और जो बच्चे स्वस्थ पाए जाएंगे उनको गांधी जयंती पर पुरस्कृत किया जाएगा।

शिक्षा विभाग के सहयोग से स्कूलों में पोषण मेले का आयोजन, निबंध प्रतियोगिता आदि का आयोजन किया जाएगा। आंगनवाड़ी केंद्र तथा समुदाय की भूमि पर पोषण वाटिका लगाने को बढ़ावा दिया जाएगा एवं इसने ग्राम विकास विभाग, उद्यान विभाग व पंचायती राज विभाग द्वारा सहयोग प्रदान किया जाएगा। आंगनवाड़ी केंद्रों पर पोषण रैली, रेसिपी प्रतियोगिता आदि का आयोजन किया जाएगा और समस्त गतिविधियों की सूचना जन आंदोलन डैशबोर्ड पर अपलोड की जाएगी। पोषण माह का प्रमुख उद्देश्य जीरो से 5 वर्ष तक के बच्चों के पोषण स्तर में सुधार लाना, पोषण की महत्वता पर जागरूकता बढ़ाना है।

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