सेवा पखवाड़ा के तहत जिला अस्पताल में लगे रक्तदान शिविर में 39 लोगों ने किया रक्तदान
बृजेश चतुर्वेदी
कन्नौज।(आवाज न्यूज ब्यूरो) जिला अस्पताल परिसर में स्थित ब्लड बैंक में सेवा पखवाड़ा के तहत शनिवार को रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें लोगों 46 लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवाया। जिनमें 39 लोगों ने रक्तदान किया। मुख्य अतिथि के रूप में उ.प्र.सरकार के राज्यमंत्री असीम अरुण ने फीता काटकर शिविर का शुभारंभ किया और रक्तदान कर लोगों का हौसला बढ़ाया।
इस दौरान उन्होंने कहा कि रक्तदान समाज सेवा का सबसे बड़ा कार्य है। इससे बढ़कर कोई दान नहीं जो जीवन बचाता है।इस मौके पर उन्होंने लोगों से अपील भी की वे आगे आएं, रक्तदान के महत्व को समझें और स्वैच्छा से रक्तदान करें।
जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्साधीक्षक डा.शक्ति वसु ने कहा कि रक्त सबसे अनमोल रत्न है। इसे बनाया नहीं जा सकता। यह इंसान के शरीर में स्वयं ही बनता है। यदि किसी इंसान की जान बचाने की जरूरत हो तो उसे दूसरा इंसान ही खून दे सकता है। इसका महत्त्व हमें तब समझ आता है।जब हमारे करीबी व्यक्ति को खून की आवश्यकता होती है,और हम उपलब्ध नहीं करा पाते। इसलिए लोगों को आगे आकर रक्तदान करना चाहिए। ताकि जरूरत पड़ने पर समय से रक्त उपलब्ध हो सके और जरूरतमंद की जिंदगी बचाई जा सके। रक्तदान के प्रति मन में बैठी हुई गलत धारणाओं को दूर करने के लिए किसी भी चिकित्सक या नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर जानकारी कर सकते है।
ब्लड बैंक प्रभारी विभांशु चतुर्वेदी ने बताया कि सेवा पखवाड़ा के तहत आयोजित रक्तदान शिविर में महादानियों ने स्वेच्छा से 39 यूनिट ब्लड दान किया। सामान्य तौर पर 18 से 60 वर्ष तक के उम्र के लोगों को ही रक्तदान के लिए उपयुक्त माना जाता है। इसके अलावा रक्तदान करने वाले का वजन 50 किलो से ऊपर व हीमोग्लोबिन 12.5 प्रतिशत से अधिक होना चाहिए। तभी उन्हें रक्तदान करने के लिए कहा जाता है। ऐसे लोग जो हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज गर्भवती व धात्री महिलाओं तथा जिनका मासिक धर्म चल रहा हो। उन्हें रक्तदान के लिए मना किया जाता है।
कन्नौज निवासी 23 वर्षीय रक्तदानी बलराम सिंह ने बताया कि उन्होंने आज पहली बार रक्तदान किया। कोई समस्या नहीं हुई,बल्कि आत्म शांति मिली कि उनके द्वारा दान किए गए रक्त से किसी की जान बचेगी।
कन्नौज निवासी 40 वर्षीय रक्तदानी आशुतोष मिश्रा बताते हैं कि उन्होंने कई बार रक्तदान किया कभी कोई परेशानी नहीं हुई। उन्होंने कहा कि रक्तदान सबसे बड़ा दान है। इसमें लोग को बढ़ चढ़कर हिस्सा लें और स्वेच्छा से रक्तदान करें।हमारी यह कोशिश किसी को जीवनदान दे सकती है।
इस अवसर पर असीम अरुण,बलराम सिंह,राघव तिवारी,अनूप बाजपेई,शीलू,रिषभ कुमार, सतेन्द्र कुमार, अंकित दुबे, शोएब हसन, चन्द्रभान राजपूत, प्रियंका सिंह,शरद कुशवाहा, आशुतोष मिश्रा,रामू कठेरिया, लल्लू यादव,धोनी कटियार, अंकित शर्मा,राजन कटियार, संध्या शर्मा, हरभान, कुलदीप,विशाल, दीपक राठौर,विराट सोनी, यशश्वी अग्निहोत्री, आशुतोष, अभिमन्यु सिंह, धीरेन्द्र सिंह,निहाल शर्मा,पियुष तिवारी,विघा वरन अग्निहोत्री,शिव चतुर्वेदी, हरिवंश सिंह, रामबाबू कटियार आशुतोष दीक्षित, दीपक राठौर,शैवेन्द्र, शोभित, अभिषेक,जनरभान सिंह आदि 39 लोगो ने रक्त दान किया।