दिसम्बर तक विभाग जमीनी कार्यकर्ताओं को देगा प्रशिक्षण
बृजेश चतुर्वेदी
कन्नौज।(आवाज न्यूज ब्यूरो) अपर जिलाधिकारी/ विहित प्राधिकारी खाद्य एवं औषधि प्रशासन गजेंद्र कुमार ने अपने कार्यालय कक्ष में आम जनमानस को सुरक्षित खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराये जाने के सम्बन्ध में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन स्वास्थ विभाग के अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, आबकारी विभाग के आबकारी अधिकारी, खाद्य एवं रसद विभाग के जिलापूर्ति अधिकारी इत्यादि अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में निर्णय लिया गया कि स्वास्थ्य विभाग की लगभग 1500 आशा बहुओं एवं बाल विकास एवं पुष्टाहार की लगभग 1600 आंगनबाडी कार्यकत्रियों को खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के अधिकारियों द्वारा खाद्य सुरक्षा सम्बन्धी प्रशिक्षण प्रदान किया जाये तथा आशा बहू एवं आंगनबाडी कार्यकत्री आम उपभोक्ता को खाद्य सुरक्षा के सम्बन्ध में जनता को जागरूक करेंगी। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम एवं रूपरेखा खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा तैयार कर दिसम्बर 2022 तक सम्पूर्ण कार्यवाही पूर्ण कर ली जाये ।
बैठक में यह भी निर्धारित किया गया कि कोटेदार एवं आबकारी विभाग से अनुज्ञप्ति प्राप्त शराब व्यवसायी खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम से आच्छादित है उक्त के दृष्टिगत खाद्य रसद विभाग के अधिकारी ब्लाक स्तर पर बैठक एवं कैम्प आयोजित कराकर खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम के अन्तर्गत कोटेदारों के खाद्य पंजीकरण की कार्यवाही पूर्ण किये जाने में सहयोग करेंगें। इसी प्रकार आबकारी विभाग के अधिकारी खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम के अन्तर्गत शराब व्यवसायियों के खाद्य लाईसेन्स निर्गत कराये जाने की कार्यवाही पूर्ण करायेंगें । बैठक में ये भी निर्धारित किया गया कि एफ०सी०आई० के गोदाम में वितरण हेतु आवक होने पर खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा खाद्य पदार्थ का नमूना संग्रहीत कर जांच करायी जायेगी व विश्लेषण रिपोर्ट सक्षम प्राधिकारी को प्रेषित की जायेगी।
बैठक की सबसे खास बात यह सामने आई कि इस नीति निर्धारक बैठक में बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग का कोई भी अधिकारी या कर्मचारी शामिल नही था जबकि जमीनी स्तर पर इसी विभाग की लगभग 1600 कार्यकर्त्रियों को ग्रामीणों को खाद्य सुरक्षा के मानकों का पाठ पढ़ाने का काम करना है। अब या तो इस विभाग को बैठक में बुलाया ही नही गया था या फिर विभाग ने इस बैठक में आना जरूरी नही समझा इस बारे में बैठक के आयोजक भी कुछ नही बता सके।