रामलीला में सिर्फ रामायण के मंचन को ही मंजूरी, मूर्तियों की भूसमाधि के लिए जगह होगी चिन्हित
सोशल मीडिया भरोसेमंद नही: एसपी
बृजेश चतुर्वेदी
कन्नौज।(आवाज न्यूज ब्यूरो) जिलाधिकारी शुभ्रान्त कुमार शुक्ल ने जिला शान्ति समिति की बैठक के दौरान कहा है कि शारदीय नवरात्रि / दुर्गा पूजा दशहरा/बारावफात एवं आगामी पर्व शांति एवं सौहार्दपूर्ण ढंग सम्पन्न होने चाहिए। उन्होंने कहा है कि जहाँ-जहाँ मूर्तियों का विसर्जन होता है, वहाँ पर भू-समाधि की ही व्ययवस्था हो। परम्परागत स्थान पर ही मूर्तियां रखी जायेगी। कोई भी नई परम्परा लागू नहीं की जाएगी।
उन्होंने कहा कि थोड़ा सा ध्यान न देने के कारण बड़ी घटनाएं हो जाती हैं। कभी-कभी मूर्ति विसर्जन स्थल पर अंधेरा व अन्य कारणों से अप्रिय घटना घटित हो जाती है। इसलिए सभी आयोजक इस बात का ध्यान दे कि आयोजन स्थल पर समस्त प्रकार की व्यवस्थाएं हो।
श्री शुक्ल ने कहा कि मंदिर प्रशासन की जिम्मेदारी है कि प्रकाश अन्य व्यवस्थाएं व्यवस्थित रखें। मंदिर में बिजली के कटे तार नहीं लगे होने चाहिए। प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे अवश्य लगाए जाएं। रामलीला आयोजक इस बात को ध्यान दें कि रामलीला में रामलीला से संबंधित ही कार्यक्रम हो। कार्यक्रम स्थल पर प्रकाश,जनरेटर आदि की व्यवस्था रखें। अच्छे प्रबन्ध के साथ कार्यक्रम आयोजित कराएं। सभी प्रकार के कार्यक्रम के आयोजन में वॉलिंटियर की ड्यूटी अवश्य लगाए और उनके कार्ड भी जारी करे।
जिलाधिकारी ने कहा कि 9 तारीख वाल्मिकी जयंती एवं बारावफात का पर्व चांद के हिसाब से होगा। बारावफात एवं वाल्मिकी जयंती एक ही दिन पड़ रही है। इसलिए निकलने वाले जुलूस पर सुरक्षा व्ययवस्था के पुख्ता इंतजाम किए जाए। जुलूस परम्परागत स्थानों से ही निकाला जाए। जुलूस स्थल व देवी स्थानों की सूची बनाकर सम्बन्धित उपजिलाधिकारी, क्षेत्राधिकारी पुलिस, अधिशासी अभियंता लोकनिर्माण विभाग,अधिशासी अधिकारी आदि द्वारा भृमण कर लिया जाए। जहाँ पर रोड मरम्मत कार्य होना हो उसे करा दिया जाए। इसके साथ ही सफाई व्ययवस्था अभियान चलाकर की जाए। झुके विधुत के पोल ठीक कराये जाए। पेयजल की समस्या से अवगत होते हुए दूर कराई जाए।
पुलिस अधीक्षक कुंवर अनुपम सिंह ने कहा है कि सोशल मीडिया पर प्रकाशित खबरों को सही न माना जाए, पहले उसकी पुष्टि अवश्य कर ली जाए। सोशल मीडिया पर सभी खबरे सत्य नही होती है। कहा कि सब की समस्याएं एक दूसरे से साझा करने से दूर होती है।उन्होंने कहा कि समस्या खड़ी करने वालों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। मंदिर दर्शन करने के समय श्रद्धालु आते हैं और मूर्ति के चरणों को छूने की प्रवृत्ति हर कोई की होती है। इसलिए दर्शन करने का रास्ता अलग और निकास का रास्ता अलग हो। उन्होंने कहा कि पूर्व की भांति आगामी पर्वो को हम सभी लोग शांति एवं सौहार्दपूर्ण ढंग से मनाएंगे।
बैठक में अपर जिलाधिकारी (वित्त /राजस्व )अपर पुलिस अधीक्षक, समस्त उपजिलाधिकारी आदि के साथ ही पीस कमेटी के सदस्य उपस्थित रहे।