बच्चों की बढ़ती उम्र के साथ पौष्टिक आहार देना जरूरी: सीडीपीओ
बृजेश चतुर्वेदी
कन्नौज।(आवाज न्यूज ब्यूरो) राष्ट्रीय पोषण अभियान के अंतर्गत पोषण माह के सफल क्रियान्वयन के लिए समेकित बाल विकास परियोजना के सभी आंगनबाड़ी केंद्रो पर 6 माह के बच्चों को ऊपरी आहार के रूप में खीर व हलवा खिलाकर मंगलवार को अन्नप्राशन किया गया। साथ ही 5 वर्ष तक के बच्चों के पोषण स्तर के आंकलन के लिए वजन दिवस का भी आयोजन किया गया। इस दौरान गर्भवती, धात्री महिलाओं और उनके परिजनों को पोषण की जानकारी भी दी गई।
कार्यक्रम के तहत ब्लाक कन्नौज के ग्राम सीहपुर प्रथम की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता रागिनी देवी ने वजन दिवस के तहत 93 बच्चों का वजन लिया। इनमें 86 बच्चे सामान्य श्रेणी के यानि कुपोषण मुक्त व दो बच्चे पीली श्रेणी तथा एक बच्चा लाल श्रेणी के कुपोषित मिले।
इसी तरह सीहपुर द्वितीय की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता जय देवी ने 96 बच्चों का वजन लिया। इनमें 92 बच्चे सामान्य श्रेणी यानि कुपोषण मुक्त व चार बच्चे पीले श्रेणी के कुपोषित मिले।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने बच्चों के परिवार वालों को बच्चों के पोषण स्तर को बढ़ाने के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि बच्चों के दैनिक आहार में हरी सब्जियां, फल, दाल,दूध आदि अवश्य शामिल करें।
बाल विकास परियोजना अधिकारी विजयलक्ष्मी ने बताया कि बच्चों को अन्नप्राशन के साथ कम से कम दो साल तक स्तनपान भी कराएं। तभी बच्चे के स्वस्थ्य शरीर का निर्माण हो पाएगा।
उन्होंने पूरक आहार के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि 6 से 9 माह के बच्चे को दिन में कई बार लगभग 200 ग्राम तक सुपाच्य मसला हुआ खाना, 9 से 12 माह के बच्चे को लगभग 300 ग्राम मसला हुआ ठोस आहार और 12 से 24 माह के बच्चे को 500 ग्राम तक खाना दिन में कई बार धीरे-धीरे खिलाएं।
सीडीपीओ ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से कहा कि मां और बच्चे को स्वस्थ रखने और बच्चों को कुपोषण से बचाने के इस पुनीत कार्य में ईमानदारी से अपना सहयोग दें। वजन दिवस में 0 से 5 वर्ष तक के सभी बच्चे जो कुपोषित श्रेणी में मिले हैं, उन्हें पोषण पुनर्वास केंद्र कन्नौज भेजें। जहां सरकार द्वारा उनके नि:शुल्क उपचार की व्यवस्था की गई है।
उन्होंने कहा कि यह कैसा कार्य जो आत्मा को संतुष्टि देता है और समाज में सम्मान भी दिलाता है।
ग्राम सीहपुर की लाभार्थी अंजली ने बताया कि मेरा बेटा करण 6 माह पूर्ण कर चुका है। आंगनबाड़ी की दीदी मुझे एक दिन पहले बता दिया गया था कि मेरे बच्चे का अन्नप्राशन होगा। आज जब अन्नप्राशन हुआ तो मेरे बेटे का वजन लिया गया। साथ ही यह बताया कि क्या खिलाना है। क्या सावधानियां बरतनी है। कब-कब टीकाकरण कराना है। इस तरह कार्यक्रम से इस तरह की कई जानकारियां मिली है।
इसी गांव की रहने वाली 10 माह की आसमां की मां ने बताया कि मेरी बच्ची का वजन किया गया और पोषाहार भी दिया गया l साथ ही बताया कि बच्चे को ऊपरी आहार कितना जरूरी है और कैसे खिलाना है।
इस दौरान आशा कार्यकर्ता पूनम देवी सहित कई महिलाएं उपस्थित रहीं।