खुश होकर एसपी ने टीम को दिया 25 हज़ार का इनाम
बृजेश चतुर्वेदी
कन्नौज।(आवाज न्यूज ब्यूरो) स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एस0ओ0जी0) और थाना इन्दरगढ पुलिस की संयुक्त टीम ने बीते 6 सितम्बर को मिले एक अज्ञात शव की घटना में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई। घटना में मृतक की प्रेमिका और उसके दो अन्य साथी संलिप्त पाए गए जिन्हें पुलिस ने आज मीडिया के सामने प्रस्तुत कर इस प्रकरण का परत दर परत खुलासा किया। पुलिस अधीक्षक कुंअऱ अनुपम सिंह ने पुलिस टीम को 25 हज़ार का नकद पुरुस्कार दिए जाने की घोषणा की है।
पुलिस लाइंस के नवनिर्मित भव्य सभागार में घटना का खुलासा करते हुए अपर पुलिस अधीक्षक डॉ अरविंद कुमार ने घटना के खुलासे के लिए टीम का मार्गदर्शन करने वाले तिर्वा के क्षेत्राधिकारी शिव प्रताप सिंह और प्रशिक्षु पुलिस उपाधीक्षक सर्जना सिंह की भी खुलकर सराहना की और कहा कि उनके सफल मार्गदर्शन से ही यह उलझा हुआ प्रकरण खुल पाया।
अपर पुलिस अधीक्षक के मुताबिक बीते छह सितम्बर को थाना इन्दरगढ क्षेत्र के ग्राम मढपुरा में एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिला था। शव का सिर बुरी तरह कुचला होने के कारण शिनाख्त भी मुश्किल से हो पाई थी। इस घटना के अनावरण के लिए विक्रम सिंह प्रभारी एस0ओ0जी0 और थानाध्यक्ष इंदरगढ़ कमल भाटी को मय टीम लगाया गया। आज दिन में मुखविर की सूचना पर घटना में शामिल तीन आरोपियों को को कन्नौज के सरायमीरा बस स्टैण्ड से गिरफ्तार कर लिया गया।
घटना में शामिल राजिया बेगम उर्फ रेनू पत्नी स्व0 अकबाल अहमद निवासी पूर्व पटटी पटखोली थाना हैदरगंज अयोध्या, जितेन्द्र सिंह यादव पुत्र विद्या राम उर्फ लज्जाराम निवासी ग्राम ढवारी थाना बेला जनपद औरैया और मनका उर्फ श्याम बाबू लोधी निवासी ग्राम लाख थाना इन्दरगढ जनपद कन्नौज को गिरफ्तार कर इनके पास से दो मोबाइल सेट भी बरामद किए गए।
अभियुक्तगणों से घटना के सम्बन्ध में विस्तृत पूछताछ की गयी तो अभियुक्ता राजिया बेगम उर्फ रेनू ने बताया कि मृतक मुन्ना पुत्र नूर मोहम्मद निवासी संजय नगर कच्ची बस्ती थाना गोविन्द नगर जनपद कानपुर नगर से उससे प्रेम प्रसंग था। मृतक मुन्ना को उसके घरवालों ने सम्पत्ति से बेदखल कर दिया था, इसी बजह से राजिया बेगम मृतक मुन्ना को 6 माह पूर्व भी मारने के लिए लाख लेकर आयी थी लेकिन किन्ही कारणों से उसे नहीं मार पायी। अभियुक्ता की मुलाकात लेबर मण्डी में जितेन्द्र और मनका से हुई तो उसने मनका को मुन्ना को मारने के लिए 50 हजार रूपये का लालच दिया और कहा मुन्ना को मार दोगे तो हम तुम्हारे साथ रहने लगेगें। अभियुक्तगणों ने योजना बनाकर चार सितंबर को कानपुर से मढपुरा मुन्ना को ले आये और वहां पर शराब पिलाकर मुन्ना को उसके गमछे एवं ईंट से उसकी हत्या कर दी। जिसके सम्बन्ध में थाना इन्दरगढ में अभियोग पंजीकृत हुआ था।