ज्ञापन के बाद डीसी मनरेगा ने सुनी समस्याएं, दिया शीघ्र हल करने का आश्वासन
बृजेश चतुर्वेदी
कन्नौज।(आवाज न्यूज ब्यूरो) स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को मनरेगा योजना के तहत ग्रामो में महिला मेट के रूप में नियुक्त किये जाने के बाद ग्राम पंचायतों में प्रधान, रोजगार सेवक और और इन मेट्स के बीच तालमेल नही बैठ पाने के चलते पैदा हुई समस्याओं को लेकर आज इन महिलाओं के बड़े समूह ने कलेक्ट्रेट पहुँचकर तीन सूत्री एक मांगपत्र जिलाधिकारी शुभ्रांत कुमार शुक्ल को सौंपा।
इन महिलाओं की मांग थी कि इन्हें नियमित ब्लॉक कर्मचारी घोषित कर मासिक मानदेय दिया जाय। जिन ब्लॉकों में महिला मेट की नियुक्ति हो चुकी है वहा नई नियुक्ति न की जाए और महिला मेट के हस्ताक्षर के बिना मस्टररोल पास न किया जाय। साथ ही न्यूनतम 20 श्रमिको पर एक महिला मेट की उपस्थिति की शर्त को भी समाप्त किया जाए।
प्रदर्शनकारी महिलाओं की एक मांग ये भी थी कि ग्राम पंचायत स्तर पर जिओ टैगिंग के सम्पूर्ण अधिकार महिला मेट को देते हुए उन्हें स्मार्ट फोन उपलब्ध कराए जाएं।
ज्ञापन देने के बाद ये प्रदर्शनकारी महिलाएं उपायुक्त श्रम रोजगार डी आर यादव से भी मिली तो उन्होंने इन महिलाओं को विंदु बार विस्तार से समझाया और इनकी समस्याओं को गम्भीरता से सुना। उन्होंने ऐलान किया कि शीघ्र ही वे जिले की सभी विकास खंडों की बैठक बुलाकर महिला मेट सम्बन्धी समस्याओं को सुनेगे और मौके पर ही खंड विकास अधिकारियों और प्रधान, रोजगार सेवक तथा तकनीकी सहायकों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित कराने का प्रयास करेंगे।