अब तो चाचा शिवपाल भी आ गए साथ: अखिलेश
ईस्ट इंडिया कंपनी की तरह कार्य कर रही है भाजपा सरकार: स्वामी प्रसाद मौर्य
मैनपुरी। (आवाज न्यूज ब्यूरो ) सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मैनपुरी लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में सपा प्रत्याशी डिंपल यादव के लिए प्रचार अभियान शुरू कर दिया है। अखिलेश यादव ने चुनाव प्रचार की शुरुआत अपने विधानसभा क्षेत्र करहल से की। अखिलेश यादव पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ शुक्रवार को करहल के दिहुली पहुंचे। उन्होंने चैधरी नत्थू सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं से बात की। मंच पर उनके साथ सपा के राष्ट्रीय महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव, पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य समेत कई नेता मौजूद रहे।
अखिलेश यादव ने कहा कि कई बार यहां कठिन परिस्थितियों में चुनाव हुए हैं। यह पहला ऐसा चुनाव है, जब नेताजी मुलायम सिंह यादव हमारे बीच नहीं हैं। मैनपुरी उपचुनाव पर पूरे देश की नजर है। उन्होंने कहा कि यह चुनाव नेताजी को श्रद्धांजलि देने का चुनाव है। यह सपा की प्रतिष्ठा का चुनाव है। उन्होंने मैनपुरी उपचुनाव में सपा की जीत का दावा किया। कहा कि अब तो चाचा शिवपाल सिंह यादव भी साथ आ गए हैं। सपा सुप्रीमो ने कहा कि जो लोग कहते हैं अभी आजमगढ़ हराया मैनपुरी भी हरा देंगे। उन लोगों को कहना चाहता हूं कि आजमगढ़ तो हम धोखे में हार गए। यह मैनपुरी है। यहां की जनता कभी भी समाजवादी पार्टी को हारने नहीं देगी। उन्होंने कहा कि यहां पर नेताजी का सीधा-सीधा संबंध रहा है। लोगों से जुड़े रहे हैं। नेताजी का मैनपुरी से वर्षों को रिश्ता है। मैनपुरी के लोगों ने नेताजी को नेताजी बनाया है। यह आप लोगों को चुनाव है। अखिलेश यादव ने कहा कि उपचुनाव में हम जीत ही रहे हैं, विधानसभा चुनाव में जिन बूथों पर कुछ वोटों से हमारी हार हुई थी। सभी कार्यकर्ता मिलकर उन ग्राम पंचायतों में जाएं और वहां के लोगों को हाथ जोड़कर निवेदन करें। उन्हें मनाएंगे तो वह मान जाएंगे। वो लोग भी हमारे साथ आ जाएंगे। हमारी लड़ाई भाजपा से नहीं है, हमारी लड़ाई सिर्फ करहल विधानसभा और जसवंत नगर विधानसभा से है। किस-किस विधानसभा से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी को ज्यादा मतों से जीत दर्ज कराएंगे।
अखिलेश यादव से पहले पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने सपा कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकारी संपत्ति योगी और मोदी की संपत्ति नहीं है। भाजपा सरकार ईस्ट इंडिया कंपनी की तरह कार्य कर रही है। ईस्ट इंडिया कंपनी भारत से खजाना लूट कर इंग्लैंड भेज रही थी। उसी तरह योगी और मोदी देश की संपत्ति को अदाणी और अंबानी के हाथों में दे रहे हैं।