सामाजिक न्यूज़

जलते है केवल पुतले, रावण बढ़ते जा रहे ? -प्रियंका सौरभ

दशहरे पर रावण का दहन एक ट्रेंड बन गया है। लोग इससे सबक नहीं लेते। रावण दहन की संख्या बढ़ाने से किसी तरह का फायदा नहीं होगा। लोग इसे मनोरंजन का साधन केे तौर पर लेने लगे हैं। हमें अपने धार्मिक पुरानों से प्रेरणा लेनी चाहिए। रावण दहन के साथ …

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सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के बेहतर स्वास्थ्य की कामना हेतु सपा नेताओं ने किया हवन-पूजन

फर्रुखाबाद। (आवाज न्यूज ब्यूरो) देश के पूर्व रक्षामंत्री एंव सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव इन दिनों गुरुग्राम के मेदांता हास्पीटल के सीसीयू वार्ड में भर्ती हैं। अस्पताल के बुलेटिन के अनुसार उनकी हालत काफी नाजुक बनी हुई है। जिसके बाद से पार्टी नेता एंव कार्याकर्ता सहित कई अन्य दलों के …

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रामायण सनातन संस्कृति की आधारशिला -डॉ सत्यवान सौरभ

एक महाकाव्य के रूप में रामायण मानव जाति के लिए मार्गदर्शन का एक शाश्वत स्रोत है कि कैसे जीवन को इस तरह से जिया जाए कि यह समाज को लाभान्वित करे और कोई ऐसा कार्य न करे जिसका बाद में पछतावा हो। भगवान राम अकेले नहीं हैं जिनके कार्य हमारे …

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कवि वास्तविक दुनिया का आईना रखते हैं।

कविता एक राजनीतिक कार्य है क्योंकि इसमें सच बोलना शामिल है। कवियों की अभिव्यक्ति दुनिया की सच्चाई को आवाज देती है।  कवि कानून स्थापित कर सकते हैं और ज्ञान के लिए नई सामग्री बना सकते हैं, कवियों की विधायक के रूप में भूमिका निर्धारित कर सकते हैं। अपने सजीव विचारों …

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रासायनिक उर्वरकों को कम करें, धरती के घाव भरें

कीटनाशकों को सब्जी पर लगाया जाता है जो सीधे मानव या पशुओं के शरीर में प्रवेश कर जाते हैं। उर्वरकों का अत्यधिक उपयोग भूमिगत जल को नाइट्रेट से प्रदूषित कर सकता है और यह मनुष्यों या पशुओं के लिए बहुत खतरनाक है। नाइट्रेट केंद्रित पानी रक्त में कुछ हीमोग्लोबिन को …

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गांधी जयंती : राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री के चित्र पर पुष्प अर्पित कर सपाईयों ने किया नमन

फर्रुखाबाद। (आवाज न्यूज ब्यूरो) राष्ट्रपिता मोहनदास करमचंद गांधी जी एवं भारतवर्ष के द्वितीय प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती के अवसर पर आवास विकास स्थित समाजवादी पार्टी के जिला कार्यालय पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यहां पार्टी कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी एवं लाल बहादुर शास्त्री …

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बुजुर्ग हमारे वजूद हैं न कि बोझ : डॉo सत्यवान सौरभ

(1 अक्टूबर, वृद्ध व्यक्तियों का अंतर्राष्ट्रीय दिवस)  (बदलते परिवेश में एकल परिवार बुजुर्गों को घर  की  दहलीज से दूर कर रहें है। बच्चों को दादी- नानी  की  कहानी की बजाय पबजी अच्छा लगने लगा है, बुजुर्ग अपने बच्चों से बातों को तरस गए है। वो  घर के किसी कोने में …

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दुनिया बुरे लोगों की हिंसा से नहीं, बल्कि अच्छे लोगों की चुप्पी से पीड़ित है।

नैतिक दुविधा की यह स्थिति एक अधिक महत्वपूर्ण भावना में भी बदल सकती है। यह तब होता है जब कोई व्यक्ति अंतःकरण की आवाज का पालन न करके नैतिक रूप से गलत कार्य करने से डरता है। आत्म-मूल्य और सिद्धांतों के अनुसार कार्य करना भी अक्सर कठिन हो जाता है। …

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’पोषण माह स्पेशल’ कुपोषण : समस्या एवं चुनौती

– डॉ0 पूजा सिंह, बाल विकास परियोजना अधिकारी तालग्राम कन्नौज देश में कुपोषण की समस्या बहुत पहले से ही व्याप्त है। औपनिवेशिक भारत में वर्ष 1814 में मद्रास, बॉम्बे और बंगाल प्रेसिडेंसी में पब्लिक हेल्थ के लिए स्पेशल कमिश्नर अप्वॉइंट किए गए थे जिनका काम स्वास्थ्य समस्याएं और उनका समाधान …

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एक अच्छे पड़ोसी बने लेकिन जासूसी न करें।

पड़ोसी देशों के रूप में, आपके घर, राज्यों आदि के रूप में हो सकता है। अच्छे पड़ोसी की योग्य गुणवत्ता पड़ोसियों के व्यवहार और कल्याण पर निर्भर करती है। यह गुण प्रकृति, उपचार के तरीके, एक दूसरे के बीच की जगह यानी सीमा पर निर्भर करता है। केवल गोपनीयता और …

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