सामाजिक न्यूज़

(जोधपुर दंगा विशेष) सांप्रदायिकता एक राजनीतिक हथियार बनी हुई है।

-सत्यवान ‘सौरभ’ रोजमर्रा की भाषा में, ‘सांप्रदायिकता’ शब्द धार्मिक पहचान की रूढ़िवादिता को दर्शाता है। ये अपने आप में एक ऐसा रवैया है जो अपने ही समूह को एकमात्र वैध या योग्य समूह के रूप में देखता है, अन्य समूहों को निम्न, नाजायज और विरोध के रूप में देखता है। …

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3 मई – प्रेस स्वतंत्रता दिवस : पत्रकारों के लिए भारत दुनिया के सबसे खतरनाक देशों में से एक

-प्रियंका ‘सौरभ’एक स्वतंत्र प्रेस हमारे लोकतांत्रिक समाजों में एक आवश्यक भूमिका निभाता है जैसे -सरकारों को जवाबदेह ठहराना, भ्रष्टाचार, अन्याय और सत्ता के दुरुपयोग को उजागर करना, समाजों को सूचित करना और उन्हें प्रभावित करने वाले निर्णयों और नीतियों में शामिल होना। वर्ल्ड प्रेस फ़्रीडम इंडेक्स दुनिया भर में प्रेस …

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घर पर मिली भावनात्मक और नैतिक शिक्षा बच्चों के जीवन का आधार है।

-सत्यवान ‘सौरभ’बचपन एक बच्चे के विकास में एक महत्वपूर्ण समय होता है क्योंकि यह अवधि बच्चे के जीवन भर सीखने और कल्याण की नींव रखती है। इसलिए इसे जीवन में विकास का सबसे महत्वपूर्ण चरण माना जाता है, जो वयस्कों और फलस्वरूप कल के समाज को आकार देता है। इसलिए …

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अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस 2022 : भारत में महिला, प्रवासी एवं बाल मजदूरों की समस्याएं बेहद चिंतनीय

प्रियंका ‘सौरभ’  1 मई को दुनिया भर में मजदूर दिवस मनाया जाता है। इस दिन को अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस और मई दिवस के रूप में भी जाना जाता है। भारत में मजदूर दिवस का पहला उत्सव 1 मई, 1923 को लेबर किसान पार्टी ऑफ हिंदुस्तान द्वारा मद्रास (अब चेन्नई) में …

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हरियाणा विधान सभा उपाध्यक्ष रणबीर गंगवा को भेंट की चर्चित पुस्तकें ‘तितली है खामोश’ एवं ‘दीमक लगे गुलाब’ 

(उपाध्यक्ष रणबीर गंगवा ने इसे एक अनुपम भेंट बताते हुए कहा कि ये पुस्तकें वाकई में एक अनमोल पूंजी है जो आमजन और वर्तमान दौर को केंद्र में रखकर लिखी गयी है।)हिसार: गाव बड़वा निवासी लेखक युगल सत्यवान ‘सौरभ’ एवं प्रियंका ‘सौरभ’ ने अपनी चर्चित पुस्तकें ‘तितली है खामोश’ एवं …

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सी.पी. इंटरनेशनल स्कूल विदाई समारोह का हुआ आयोजन

फर्रुखाबाद।(आवाज न्यूज ब्यूरो) सी.पी. इंटरनेशनल स्कूल फर्रुखाबाद में कक्षा 12 के छात्रों का धूम धाम से विदाई समारोह का आयोजन किया गया। कक्षा 11 के छात्रों ने अपने सीनियर्स के लिए रंगारांग कार्य क्रमों का आयोजन किया। सभी सीनियर्स को टाइटल देकर तथा बैज्स लगाकर सम्मानित किया।विद्यालय की निर्देशिका डॉ. …

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हमारे समाज में दहेज की इतनी गहरी पैठ क्यों ?

-सत्यवान ‘सौरभ’ दहेज, एक सांस्कृतिक प्रथा जो कई भारतीय समुदायों में गहराई से निहित है, दुल्हन के साथ दूल्हे के परिवार को दिए गए धन, सामान या संपत्ति को दहेज़ माना जाता है। दहेज समाज में एक सामाजिक बुराई है, जिसने महिलाओं के प्रति अकल्पनीय यातनाएं और अपराध किए हैं। …

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भारत छोड़ो आंदोलन, पूर्ण स्वतंत्रता के विरोधी, दबे-कुचले वर्गों के मसीहा अंबेडकर-प्रियंका ‘सौरभ’

( अम्बेडकर जी ने कांग्रेस के पूर्ण स्वतंत्रता के प्रस्ताव को ठुकरा दिया। उन्होंने दलितों के उत्थान हेतु उच्च वर्गीय हिन्दुओं से ज़्यादा अंग्रेज़ों को सहायक माना। देश व दलितों के हितो के बीच टकराव की स्थिति में उन्होंने दलितों के हितों को वरीयता देने की बात कही। ) देश …

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पुलिस लाइन में हुआ रक्तदान शिविर का आयोजन,एसपी ने प्रशस्ति पत्र देकर किया उत्साह वर्धन

फर्रुखाबाद। (आवाज न्यूज ब्यूरो) फतेहगढ़ स्थित पुलिस लाइन में आज रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें अधिकारीगणों एंव कर्मचारीगणों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। जिसके उपरांत एसपी मीणा एंव एएसपी अजय प्रताप सिंह ने रक्तदाताओं को प्रशस्ति पत्र देकर उनका उत्साह वर्धन किया।इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा …

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घर का वित्त प्रबंधन करने वाली महिलाएं देश की अर्थव्यवस्था में क्यों नहीं ?-प्रियंका सौरभ 

देश में नौकरी पाने की आकांक्षा के बजाय अब स्टार्ट-अप और रोज़गार सृजन की ओर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। युवा उद्यमियों के नेतृत्व में देश में हज़ारों महत्त्वाकांक्षी स्टार्टअप्स को प्रेरित किया जा रहा है। हालाँकि उद्यमिता को प्रायः पुरुष प्रधान कार्यक्षेत्र समझकर महिलाओं की अनदेखी की जाती …

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