हरियाणा की लेखिका प्रियंका सौरभ को आईपीएस मनुमुक्त मानव अंतर्राष्ट्रीय विशिष्ट युवा सम्मान

 (चीफ ट्रस्टी डॉ रामनिवास मानव ने बताया कि इस कार्यक्रम में दुनिया भर के देशों से अलग-अलग क्षेत्रों में काम करने वाले युवाओं को सम्मानित किया जाएगा और उनमें से हमारे हरियाणा की उभरती युवा लेखिका प्रियंका सौरभ एक है।) 

नई दिल्ली।।(आवाज न्यूज ब्यूरो)  हरियाणा के जिला भिवानी खंड के सबसे बड़े गांव बड़वा की युवा लेखिका प्रियंका सौरभ को आने वाले 20 नवंबर को हरियाणा के प्रतिभावान आईपीएस मनुमुक्त मानव के 40वें जन्म दिवस के उपलक्ष्य पर उनकी साहित्यिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, शैक्षणिक एवम लेखन क्षेत्र की विशिष्ट उपलब्धियों को देखते हुए डॉ मनुमुक्त मानव ट्रस्ट नारनौल द्वारा आयोजित एक अंतरराष्ट्रीय विशिष्ट युवा प्रतिभा सम्मान समारोह में प्रियंका सौरभ को अंतर्राष्ट्रीय विशिष्ट युवा सम्मान से नवाजा जाएगा। यह जानकारी देते हुए चीफ ट्रस्टी डॉ रामनिवास मानव ने बताया कि इस कार्यक्रम में दुनिया भर के देशों से अलग-अलग क्षेत्रों में काम करने वाले युवाओं को सम्मानित किया जाएगा और उनमें से हमारे हरियाणा की उभरती युवा लेखिका प्रियंका सौरभ एक है।

 आईपीएस मनुमुक्त मानव पुरस्कार की एक अंतरराष्ट्रीय गरिमा है जो हमारे देश के होनहार युवा आईपीएस मनुमुक्त मानव की याद में हर वर्ष विभिन्न देशों के युवाओं को अलग-अलग क्षेत्रों में विशिष्ट कार्य करने पर दिया जाता है। आईपीएस मनु मुक्त मानव की हमारी नेशनल पुलिस अकादमी में ट्रेनिंग के दौरान आकस्मिक मृत्यु हो गई थी और उनकी याद में  उनके माता-पिता द्वारा बनाए गए मनुमुक्त मानव ट्रस्ट द्वारा यह पुरस्कार हर वर्ष उनके जन्म दिवस के उपलक्ष्य में दिया जाता है। यह ट्रस्ट हरियाणा के नारनौल में स्थित है।

हिसार के गाँव आर्यनगर की बेटी  युवा लेखिका ‘प्रियंका सौरभ’  वर्तमान समय में नारी सशक्तिकरण की मिसाल है और नारी जगत के लिए अपनी कलम के माध्यम से प्रखर आवाज़ बन रही है। काव्य के अतिरिक्त आये रोज ये अपने सम्पादकीय लेखों से विभिन्न भाषाओँ में लेखन कार्य कर रही है।  इनकी हाल ही में तीन पुस्तकें एक साथ प्रकाशित हुई है। जिनमें सामाजिक एवं राजनैतिक जीवन के कटु यथार्थ को व्यंजित करती ‘दीमक लगे गुलाब’, आधुनिक नारी की समस्याओं से रूबरू करवाती ‘निर्भयाएं’ एक निबंध संग्रह शामिल है। इन दोनों पुस्तकों के अलावा नारी के हर क्षेत्र में बढ़ते क़दमों पर आधारित अंग्रेजी की पुस्तक ‘द फीयरलेस’ शामिल है।

प्रियंका सौरभ ने पिछले 10 सालों से सामाजिक कार्यों और जागरूकता से जुडी कई संस्थाओं और संगठनों में अलग-अलग पदों पर सेवा की है और 2021 में इन्हे आईoपीoएसo मनुमुक्त ‘मानव’ राष्ट्रीय युवा पुरस्कार से नवाजा गया। इनकी साहित्यिक और शैक्षणिक उपलब्धियों के परिणामस्वरूप प्रियंका सौरभ को वर्ल्ड पीस फॉउण्डेशन द्वारा डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किय गया है। वर्ष 2022 में दिल्ली में इनको नारी रत्न पुरस्कार से विभूषित किया गया।  इसी वर्ष इनको दैनिक भास्कर समूह ने ‘हरियाणा की पॉवरफुल वूमन अवार्ड’ से नवाजा था। अब इस गरिमापूर्ण अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार की घोषणा पर क्षेत्र के सुधिजनों, राजनीतिज्ञों, साहित्यकारों के साथ-साथ विभिन्न संगठनों एवम संस्थाओं ने लेखिका प्रियंका सौरभ को बधाई और शुभकामनाएं दी है।

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