डीएम ने मांगा एक सप्ताह का समय, आरोपियो के विरुद्ध जाँच शुरू
बृजेश चतुर्वेदी
कन्नौज।(आवाज न्यूज ब्यूरो) बीते शनिवार को भाजपा जिला महिला मोर्चा की महामन्त्री बबिता सिंह और उनके पति द्वारा छिबरामऊ के तहसीलदार अनिल कुमार सरोज के बीच हुआ विवाद अब गहराता जा रहा है। मामले को लेकर तहसीलदार द्वारा कोतवाली छिबरामऊ की दी गयी तहरीर के आधार पर पंजीकृत हुए मुकदमे के बाद पूरी भाजपा में उबाल आ गया। मामले में चूंकि एससी एसटी अधिनियम की धाराएं भी लगी है इसलिए जांच स्वयम क्षेत्राधिकारी दीपक दुबे कर रहे है। पुलिस की पूछताछ से आहत भाजपा जिलाध्यक्ष नरेंद्र सिंह राजपूत के नेतृत्व में बड़ी संख्या में भाजपा पदाधिकारी और कार्यकर्ता आज कलेक्ट्रेट पहुंचकर धरने पर बैठ गए। उनकी मांग थी कि छिबरामऊ के तहसीलदार को तत्काल वहां से हटाया जाए। खास बात ये भी है कि तिर्वा में दो बार अपनी तैनाती के दौरान विधायक के सबसे खास अफसर समझे जाने वाले तहसीलदार सरोज के खिलाफ स्वयम तिर्वा विधायक भी धरने पर बैठे दिखाई पड़े।
बहरहाल डीएम शुभ्रांत कुमार शुक्ल ने उनकी बात धैर्य से सुनी और तहसीलदार को हटाने के लिए एक सप्ताह का समय मांगा। इस से संतुष्ट होकर सभी ने सशर्त धरना समाप्त कर दिया और तहसीलदार पर भाजपा विरोधी होने का आरोप लगाते हुए कलेक्ट्रेट से चले गए।
इसी बीच भाजपा नेत्री व तहसीलदार के बीच हुए विवाद में रिपोर्ट दर्ज होने के कारण पुलिस ने जांच शुरू करते हुए साक्ष्य जुटाने शुरू कर दिए हैं। रविव
शनिवार को संपूर्ण समाधान दिवस के बाद भाजपा महिला मोर्चा की जिला महामंत्री बबीता सिंह ने पति के साथ तहसीलदार के आवास पर पहुंचकर खनन के अभिलेखों पर हस्ताक्षर करने का दबाव बनाया था। मना करने पर तहसीलदार ने दोनों पर अभद्रता कर धमकाने का आरोप लगाते हुए थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मामला एससी/एसटी एक्ट से संबंधित होने के कारण मुकदमे की जांच सीओ दीपक दुबे को सौंपी गई है। सीओ के मुताबिक साक्ष्य संकलित किये जा रहे है और शीघ्र ही कार्रवाई की जाएगी।