प्रयागराज की घटना को बताया सरकार पर हमला
बृजेश चतुर्वेदी
कन्नौज।(आवाज न्यूज ब्यूरो) भाजपा सांसद सुब्रत पाठक ने सपा मुखिया की जाति आधारित जनगणना वाली मांग पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि भारत में जातीय जनगणना बाद में, पहले धार्मिक जनगणना कराने की जरूरत है। ताकि लोगों को पता चल सके कि धर्म आधारित देश के बंटवारे के बाद भारत में मुस्लिमों और ईसाइयों की जनसंख्या किस तेजी से बढ़ी है।
भाजपा सांसद ने आज अपने कार्यालय में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि अखिलेश यादव जातीय जनगणना की मांग पर अड़े हैं। जातीय जनगणना होनी चाहिए, इसमें मुझे कोई एतराज नहीं, लेकिन पहले धार्मिक जनगणना होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि देश का बंटवारा धर्म के आधार पर हुआ था। मुस्लिमों को पाकिस्तान दे दिया गया। उस वक्त देश मे कितने प्रतिशत मुस्लिम बचे थे और आज भारत में उनकी आबादी कितनी हो चुकी है।
ईसाइयों की जनसंख्या किस कदर बढ़ रही है इस विषय पर भी बात होनी चाहिए, ताकि भारत के हर व्यक्ति को पता चले कि मुस्लिमों और ईसाइयों की जनसंख्या कितनी थी और अब कितनी हो चुकी है। जो योजनाओं का लाभ दूसरे धर्म के लोगों को मिल रहा है, उसका कितना लाभ जातियों को मिल पा रहा है ये भी स्पष्ट होना चाहिए। इसके बाद जातीय जनगणना हो। दरअसल सांसद सुब्रत पाठक यूपी सरकार द्वारा पेश किए गए बजट को लेकर प्रेस वार्ता कर रहे थे।
उन्होंने बजट को जनता के लिए कल्याणकारी बताया। बातचीत के दौरान एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने धर्म का मुद्दा उठा दिया। उनका कहना है कि जब एक धर्म विशेष के लिए देश का बंटवारा किया जा चुका है तो उस धर्म के लोगों की जनसंख्या भारत में तेजी से क्यों बढ़ रही है। इस पर कोई पार्टी या विपक्षी दल का कोई नेता बात क्यों नहीं करता।
सांसद ने प्रयागराज गोली कांड को लेकर भी आक्रामक बयान दिया है। आज ही उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है कि ‘उत्तर प्रदेश पुलिस की सुरक्षा में उमेश पाल सहित पुलिस सुरक्षाकर्मी की हत्या सीधे उत्तर प्रदेश की सरकार पर हमला है। याद रखो जब विकास दुबे नहीं बचा तो इन दुर्दातों का क्या होगा, ये बताने की आवश्यकता नहीं है। अब यदि गाड़ी अतीक की भी पलट जाए तो मुझे कोई आश्चर्य नहीं होगा. ‘
राजू पाल हत्याकांड के गवाह की चार दिन पहले प्रयागराज में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में माफिया सरगना अतीक अहमद और उसके परिवार के लोगों का नाम सामने आ रहे हैं। पुलिस ने अतीक के दोनों बेटों, उसके साले, उसकी पत्नी के अलावा कुछ अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। इनमें से एक आरोपी जो घटना के समय कार चला रहा था उसको पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है।