महाराष्ट्र के सीएम ने साधा उद्धव पर निशाना : बोले,कुर्सी के लिए तोड़ दिया पिता का सपना

लखनऊ।(आवाज न्यूज ब्यूरो) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे मंत्रिमंडल के साथ अयोध्या पहुंचे,जहां वह रामभक्ति में भाव विभोर दिखे। वहीं उन्होंने महाराष्ट्र में बैठे शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे पर तीखे सियासी वार भी किए। कहा कि एक ओर श्रीराम हैं, जिन्होंने पिता के अनसुने वचन को पूरा करने के लिए राजपाट छोड़ वनगमन स्वीकार कर लिया था। दूसरी तरफ क्या हुआ, यह बताने की जरूरत नहीं। दूसरे पुत्र ने कुर्सी के लिए पिता की मंशा, सम्मान और सपने को छोड़ दिया।
रविवार को महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फणनवीस व मंत्रिमंडलीय सहयोगियों के साथ अयोध्या पहुंचे शिंदे ने हनुमानगढ़ी से लेकर रामलला तक के दर्शन पूजन किए। श्रीराममंदिर निर्माण की प्रगति देखी और संतों से आत्मीय मुलाकात की। इसके बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि अयोध्या, श्रीराम और हिंदुत्व शिवसेना के लिए राजनीति नहीं आस्था, भावना और अस्मिता का विषय हैं। हालांकि कुछ लोगों को उनके यहां आने और साधु संतों का आशीर्वाद लेने से दर्द हो रहा है, यह वही लोग हैं, जिन्हें हिंदुत्व से एलर्जी रही है, जो आजादी के बाद से हिंदुत्व का अपमान करते रहे हैं। लेकिन सभी को साथ लेकर चलने वाला विचार ही हिंदुत्व है, यह किसी धर्म का अनादर नहीं करता। कहा कि कुछ लोगों को लगता है कि घर-घर हिंदुत्व पहुंच गया तो उनकी राजनीतिक दुकान बंद हो जाएगी। लेकिन 2014 में मोदी सरकार बनने से हिंदुत्व जागा है।
कहा कि भाजपा और शिवसेना की एक सोच है। 2019 में जनता ने महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना को ही जनमत सौंपा था, लेकिन कुर्सी के लालच में कुछ गलत कदम उठा लिए गए। बाला साहेब ठाकरे जिन्हें हमेशा दूर रखते थे, उनके साथ मिलकर सरकार बनाई गई थी। आठ नौ महीने बाद हमने इस गलती को सुधार दिया था। बाला साहेब हमेशा पहले मंदिर फिर सरकार की बात करते थे। उन्होंने ही गर्व से कहो हम हिंदू हैं का नारा दिया था।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि अयोध्या एक पावन भूमि है। यहां राम मंदिर निर्माण का उत्साह देखकर इस बात की कल्पना की जा सकती है कि श्रीराम के अयोध्या लौटने पर किस उत्साह से दीवाली मनाई गई होगी। वे जब पहले यहां आए थे तो मंदिर का प्लेटफार्म ही बना था, किंतु सीएम बनने के बाद पहली बार आए तोअब मंदिर आकार ले रहा है। 2024 तक रामलला गर्भगृह में विराजमान हो जाएंगे। पहले यह सपना लगता था, किंतु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाला साहेब के इस सपने को साकार कर दिया। मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की निगरानी में भव्य मंदिर का निर्माण हो रहा है। यह देखकर बहुत प्रसन्नता हो रही है, जब वे रामलला का दर्शन कर रहे थे तो शरीर में कंपन का अहसास हो रहा था। कहा कि अयोध्या से उनका पुराना नाता रहा है, कारसेवा के दौरान उनके गुरु ने मंदिर निर्माण के लिए चांदी की ईंट भेंट की थी।

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