पूरा प्रशासनिक अमला रोड पर, पर सभी जगह संवाद हीनता और योजना की कमी से बढ़ी परेशानी
बृजेश चतुर्वेदी
कन्नौज।(आवाज न्यूज ब्यूरो) ग्राम पंचायत सम्मेलन के लिए मेरठ, हापुड़ व शामली से चला प्रधानों का दल रात आठ बजे तक जिले में नहीं पहुंचा, जबकि रात्रि विश्राम कराने के लिए उच्च अधिकारी तक एक्सप्रेस-वे व जीटी रोड बार्डर पर बसों का घंटों इंतजार करते रहे। गैरजनपदों के अधिकारियों से संपर्क किया तो सही जानकारी व लोकेशन भी नहीं दे पाए।
आज लखनऊ में ग्राम पंचायत सम्मेलन के लिए मेरठ, हापुड़ व शामली जिले के 2,230 प्रधानों को मंगलवार कन्नौज में रात्रि विश्राम कराना था और दूसरे दिन सुबह रवाना करना था। इसके लिए जिला प्रशासन ने तीनों तहसीलों पर निजी होटल, कालेज व पैरामेडिकल कालेज समेत कई जगह बुक कर रहने व खाने का इंतजाम दिनभर किया था। शाम तीन से चार बजे तक इन सभी के बसों से आने की जानकारी दी गई थी, लेकिन रात आठ बजे तक किसी भी जिले से प्रधान नहीं आए। सीडीओ आरएन सिंह, डीडीओ नरेंद्र देव द्विवेदी, डीपीआरओ जितेंद्र कुमार मिश्रा, सभी बीडीओ व नोडल अधिकारी समेत अन्य पंचायत व विकास विभाग के कर्मचारी, अधिकारी प्रधानों के दल का सीमा पर इंतजार करते रहे। शाम तीन बजे तक संबंधित जिलों के नोडल अधिकारी प्रधानों को भेजने की सही जानकारी, लोकेशन व संख्या नहीं बता सके। हर ब्लाक के प्रधान टुकड़ों में चले। इससे कोई आगे तो कोई पीछे चला। कोई रात आठ बजे मथुरा, आगरा, अलीगढ़ समेत दूर दराज जिलों तक पहुंचा। एक साथ रवाना होने पर रात 12 बजे से तीन बजे तक सभी के आने की संभावना जताई गई थी। टुकड़ों में आने के कारण स्थानों पर पहुंचाने के लिए भी व्यवस्था नहीं बन सकी। इसका कारण संबंधित जिलों से किसी तरह की प्लानिग नहीं की गई थी। न ही यहां के अधिकारियों के संपर्क नंबर एक-दूसरे को दिए गए थे। अव्यवस्थाओं के कारण जिले के अधिकारी रातभर भटकते रहे। जिले के अधिकारियों ने किसी तरह संपर्क किया तो प्रधानों की संख्या कम होने की जानकारी मिली। इस कारण तीनों तहसीलों पर ठहराने के लिए बने नौ केंद्रों में तीन कम कर दिए गए। छिबरामऊ में एक भी केंद्र नहीं रहा, जबकि तालग्राम व तिर्वा में एक-एक, सदर में चार केंद्र रहे। संबंधित जिलों की अव्यवस्था व अधूरी तैयारी से जिले के अधिकारी परेशान रहे। निदेशालय से बराबर प्रधानों के आने की जानकारी जिले से मांगी जाती रही। कन्नौज जिले से सम्मेलन में 499 प्रधान, 489 पंचायत सहायक, 105 अधिकारी व कर्मचारी लखनऊ जाएंगे। सभी को ब्लाक परिसर से भेजने की व्यवस्था की गई है। वहां रोडवेज बसों से भेजा गया।