मंत्री असीम अरुण ने मीडिया को दी निजता के अधिकार की रक्षा की सलाह
बृजेश चतुर्वेदी
कन्नौज।(आवाज न्यूज ब्यूरो) पति-पत्नी के बीच विवाद का एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। महिला का कहना है कि एसडीएम ज्योति मौर्य मामले का उदाहरण देकर पति ने उसे पढ़ाने से इनकार कर दिया है। जब उसने इस बात का विरोध करते हुए पढ़ने की इच्छा जताई तो पति ने मारपीट की। इतना ही नहीं, अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। इस मामले को लेकर महिला राज्य मंत्री असीम अरुण के जनता दरबार में भी पहुंची।
जिले के दलेलपुर गांव की रहने वाली दीक्षा की शादी 3 महीने पहले नारायण पुरवा गांव में विजय सिंह के साथ हुई थी। दीक्षा का कहना है कि वो बीएड कर रही थी मगर, जैसे ही एसडीएम ज्योति मौर्य और उनके पति के बीच विवाद का मामला सामने आया, पति विजय ने उसको पढ़ाई करने से रोक दिया।
इसके बाद जब महिला के पति ने फैसले का विरोध किया और आगे पढ़ने की जिद की तो मारपीट हुई। साथ ही अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए कहा, “तुझे पैर की जूती बनाकर रखेंगे मुझे तुझे ज्योति मौर्य नही बनाना है।
इस मामले को लेकर मंत्री असीम अरुण ने ट्वीट किया और कहा कि ज्योति और उसके पति के बीच विवाद सुलझने की सारी सम्भावनाएं अगर थी भी तो अब पूरी तरह समाप्त हो गयी है। उन्होंने कहा कि मामले में मीडिया और सोशल मीडिया द्वारा निजता के अधिकार का उल्लंघन करने के चलते अब अनगिनत नवविवाहिताओं पर संकट आ पड़ा है। उन्होंने सलाह दी है कि इस मामले में मीडिया को और संवेदनशीलता से काम लेना चाहिए।