नई दिल्ली। (आवाज न्यूज ब्यूरो) राजस्थान के प्रतापगढ़ के धरियावद में विवाहित महिला को निर्वस्त्र कर उसका वीडियो बनाए जाने के मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बड़ा कदम उठाया है। सीएम गहलोत ने पीड़िता को 10 लाख रुपये सहायता राशि देने का ऐलान किया है। साथ ही, पीड़िता के होने वाले बच्चे की बेहतर परवरिश के लिए उसके नाम एफडी और बड़े होने पर नौकरी देने की घोषणा भी की है। इसके अलावा, इस वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में फास्ट ट्रैक चलाकर जल्द कार्रवाई की बात कही है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शनिवार दोपहर धरियावद पहुंचे और पीड़िता के परिजनों से मुलाकात की। मामले में जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी गई है। 11 लोग हिरासत में लिए जा चुके हैं। वहीं, पीड़िता का हौसला बना रहे इसके लिए, सीएम गहलोत ने उसके माता-पिता से भी बात की है और आश्वासन दिलाया है कि सरकार उनके साथ खड़ी है। सीएम गहलोत ने कहा कि पीड़िता गरीब परिवार से आती है और वे लोग तीन भाई एक बहन हैं। पिता मजदूरी करते हैं। परिवार वालों की देखरेख कर सकें, इसके लिए भी सरकार मदद करेगी।
वहीं, सीएम गहलोत ने बीजेपी पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि बीजेपी इसे मणिपुर की घटना जैसी वारदात बता रही है लेकिन दोनों में रात-दिन का अंतर है। मणिपुर में पुलिस के सामने घटना होने के बावजूद दो महीने तक पता नहीं चला था, जबकि इस मामले में जानकारी मिलने पर ही 2 घंटे में ही बिना एफआईआर के आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया।
प्रतापगढ़ मामले में जेपी नड्डा ने कांग्रेस सरकार को घेरा
वहीं, जेपी नड्डा ने सवाई माधोपुर में जन संबोधन के दौरान प्रतापगढ़ घटना का जिक्र किया। बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि यह घटना मानवता को शर्मसार करने वाली है, लेकिन इसपर सरकार मूक है। सब जगह जघन्य अपराध ही रहे हैं। मासूम बच्चों के साथ अपराध हो रहे हैं। ये राजस्थान में नहीं चलने देना है। जेपी नड्डा ने कहा कि महिला अपराध में राजस्थान सबसे आगे है। ऐसी सरकार बदलनी है।