बृजेश चतुर्वेदी
कन्नौज।(आवाज न्यूज ब्यूरो) जिलाधिकारी शुभ्रान्त कुमार शुक्ल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट गांधी सभागार में रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण के संबंध में समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण के अन्तर्गत बालिकाओं को विपरीत परिस्थतियों से सामना करने एंव मानसिक व शारीरिक रुप से सशक्त बनाने हेतु जनपद के चयनित 11 राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में अध्ययनरत बालिकाओं को 03 माह तक आत्मरक्षा प्रशिक्षण प्रदान किया जाना है। उन्होने कहा कि प्रशिक्षक के चयन हेतु ऐसे खिलाड़ियों का चयन किया जाये जिसके पास मार्शल आर्ट में ब्लैक बेल्ट योग्यता प्रमाण पत्र हो। ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालय में भी कार्य करने के इच्छुक हो । प्रशिक्षक के रूप में यथा सम्भव महिला प्रशिक्षक का ही चयन किया जायें। महिला प्रशिक्षक न मिलेने की स्थिति में पुरुष प्रशिक्षक चयनित किये जाये। कहा कि जनपद में चयनित राजकीय माध्यमिक विद्यालयों की संख्या के आधार पर प्रशिक्षको की संख्या का निर्धारत जनपद स्तरीय समिति द्वारा किया जायेगा। एक प्रशिक्षक द्वारा अधिकतम तीन विद्यालयो में उपस्थित होकर प्रशिक्षण कराया जा सकता है। प्रशिक्षक द्वारा आंवटित विद्यालयो में तीन माह तक प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा। प्रशिक्षण की अवधि प्रतिदिन 40 मिनट होगी। प्रशिक्षण की सैद्धांतिक जानकारी कक्षा कक्ष में तथा कौशलात्मक/प्रोगात्मक प्रशिक्षण मैदान /बडे हॉल में दिया जायेगा। शरीर के मजबूत एवं संवेदनशील अंग, मानसिक दृढता एवं कठिन परिस्थितियों से सामना करने सम्बन्धी कौशल का विकास, किशोरावस्था की स्वास्थ्य सम्बन्धी सम्पूर्ण जानकारी दी जायेगी। उन्होने कहा कि आत्मरक्षा प्रशिक्षण का गलत उपयोग न करने के सम्बन्ध में बताया जाये। स्थानीय संसाधनो से आत्मरक्षा किट बनाना एवं उसका उपयोग करने की जानकारी दी जाये।
उन्होने कहा कि विद्यालय में संचालित मार्शल आर्ट से सम्बन्धित खेल की विभिन्न मुद्राओ का आधारभूत ज्ञान दिया जाये। पंत्र/ मुक्का मारने, पछाड/गिराने, थ्रो /फेकने, किक/ पैर से प्रहार करने, लुढकने का व्यायाम के तरीके बताये जायें। उन्होने कहा कि विद्यालय परिसर में पुलिस कर्मियो द्वारा प्रेरणात्मक कार्यक्रम । प्रशासनिक अधिकारियो द्वारा प्रेरणात्मक कार्यक्रम किये जाये। बालिकाओ को हेल्प लाइन नम्बर 1090, 112, 108 तथा महिला थाना/ क्षेत्रीय थानो के नम्बर की भी जानकरी दी जाये। प्रशिक्षकों को तीन माह हेतु अधिकतम रू० 12000/- मानदेय दिया जायेगा ।मानदेय का भुगतान पीएफएमएस के माध्यम से किया जायेगा। प्रशिक्षण हेतु आवश्यक सामग्री का कय रु० 3000/- के अन्तर्गत करा की जायेगी। उन्होने कहा कि कार्य योजना तैयार की जाये। आत्मरक्षा प्रशिक्षण हेतु महिला व्यायाम शिक्षक के कार्यरत न होने की दशा में ही खेल में अभिरूचि रखने वाली अन्य महिला शिक्षिका को नोडल नामित किया जाये।
बैठक मुख्य विकास अधिकारी आर0एन0सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।