बृजेश चतुर्वेदी
कन्नौज।(आवाजन्यूज ब्यूरो) राज्य में विधानसभा चुनाव 2022 के लिए आचार सहिंता लागू होते ही कानपुर के पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने वीआरएस लेने का फैसला किया है। इस बात की सूचना असीम अरुण ने खुद सोशल मीडिया के माध्यम से दी है। इसके अलावा उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता भी ली है। माना जा रहा है कि 1994 बैच के आईपीएस अधिकारी कन्नौज सदर सीट से विधानसभा का चुनाव लड़ सकते हैं। अपने फेसबुक पेज पर एक लंबा पोस्ट करते हुए असीम अरुण ने लिखा है कि ‘आपको यह अवगत कराना चाहता हूं कि मैंने वीआरएस के लिए आवेदन किया है, क्योंकि अब राष्ट्र और समाज की सेवा एक नए रूप में करना चाहता हूं। मैं बहुत गौरवान्वित अनुभव कर रहा हूं कि मा. योगी आदित्यनाथ जी ने मुझे भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता के योग्य समझा। माना जा रहा है कि असीम अरुण ने कुछ दिन पहले ही भाजपा की सदस्यता लेने का मन बना लिया था, लेकिन इसका ऐलान करने के लिए वो अचार सहिंता लगने का इंतजार कर रहे थे। असीम अरुण अपने गृह जनपद कन्नौज की सदर सीट से भाजपा के प्रत्याशी के रूप में ताल ठोकेंगे। अभी यह सीट सपा के पास है और 2017 के विधान सभा चुनाव में प्रचंड मोदी लहर के बावजूद भाजपा यह सीट सपा के अनिल कुमार दोहरे से नही छीन पाई। भाजपा को भी यह अपने पिटे हुए पत्तों की बजाय एक सशक्त मोहरे की तलाश थी। माना जा रहा है कि असीम इस सुरक्षित सीट से विधानसभा का चुनाव लड़ सकते हैं। उत्तर प्रदेश के कई जिलों में पुलिस कप्तान रह चुके 1994 बैच के आईपीएस अधिकारी असीम अरुण का जन्म 3 अक्टूबर 1970 को कन्नौज जिले के ठठिया थाना क्षेत्र के कगार नगर में हुआ था। उनके पिता श्रीराम अरुण भी एक आईपीएस ऑफिसर थे। वे मायावती के शासन काल मे उत्तर प्रदेश के डीजीपी रहे। उनकी माता शशि अरुण जानी-मानी लेखिका और समाजसेविका हैं। असीम ने अपनी शुरुआती शिक्षा लखनऊ के सेंट फ्रांसिस स्कूल से हासिल की, जिसके बाद उन्होंने दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से बीएससी की। वे संयुक्त उत्तर प्रदेश के कई जिलों में एसपी तैनात रहे। उन्होंने टिहरी, गढ़वाल के अलावा यूपी के जनपद बलरामपुर, हाथरस, सिद्धार्थ नगर, अलीगढ़, गोरखपुर और आगरा में बतौर पुलिस अधीक्षक एवं पुलिस उप महानिरीक्षक अपनी सेवाएं दीं। इसके बाद वह कुछ समय के लिए स्टडी लीव पर विदेश चले गए थे, लेकिन लौटकर आने के बाद उन्होंने एटीएस लखनऊ में कार्यभार संभाला। इसके बाद से वह डायल 112 के एडीजी के पद पर तैनात रहे। कानपुर में पुलिस आयुक्त प्रणाली लागू होने के बाद उन्हें यहां का पहला पुलिस आयुक्त बनाया गया।
Check Also
आबकारी ने चलाया छापेमारी अभियान
फर्रुखाबाद। (आवाज न्यूज ब्यूरो) आबकारी आयुक्त, उ0प्र0 के आदेश एवं जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक फर्रूखाबाद …