लखनऊ। (आवाज न्यूज ब्यूरो) यूपी में विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान होने के बाद एक के बाद एक बीजेपी नेताओं के पार्टी छोड़ने का सिलसिला जारी है। ताजा मामले में अब बीजेपी विधायक अवतार भड़ाना आरएलडी में शामिल हुए हैं। आपको बता दें कि भड़ाना मुजफ्फरनगर की मीरापुर सीट से विधायक हैं। दिल्ली में रालोद मुखिया जंयत चौधरी के साथ मिलकर भाजपा नेता ने रालोद ज्वाइन की थी। अब इस विधानसभा चुनाव में उनके गुर्जर बाहुल्य इलाके गौतम बुद्ध नगर की जेवर सीट से चुनाव लड़ेंने की चर्चा है।
कौन हैं अवतार भड़ाना?
वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में अवतार सिंह भड़ाना ने एकाएक भाजपा में एंट्री ली थी। उनकी गिनती गुर्जर राजनीति के शीर्ष नेताओं में होती है। मेरठ-मवाना लोकसभा सीट से वर्ष 1999 में कांग्रेस सांसद रह चुके भड़ाना को बीजेपी ने टिकट दिया, तो उन्हें कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों का विरोध भी झेलना पड़ा।
इसके बावजूद उन्होंने मात्र 193 वोट से सपा के प्रत्याशी लियाकत अली को शिकस्त देकर मीरापुर से बीजेपी का विधायक बनने में कामयाबी हासिल की। योगी सरकार के मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलने से भड़ाना को मायूसी हाथ लगी। लंबे राजनीतिक अनुभव के बाद भी उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया, तो उनका बीजेपी से मोह भंग होने लगा।
गुर्जर बिरादरी में बड़ा कद
हरियाणा के रहने वाले 8 वीं पास अवतार सिंह भड़ाना 64 साल के हैं। उनका राजनीतिक सफर लंबा है। कांग्रेस के टिकट वह फरीदाबाद से 3 बार और मेरठ से एक बार सांसद रहे चुके हैं। 2017 में भाजपा से मुजफ्फरनगर की मीरापुर विधानसभा सीट पर उन्होंने विधानसभा का चुनाव लड़ा और बहुत कम वोटों से वह चुनाव जीत सके। योगी सरकार में वह अपनी अनदेखी मानते रहे। 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने हरियाणा की फरीदाबाद सीट से कांग्रेस के सिंबल पर लोकसभा का चुनाव लड़ा और हार गए।
योगी सरकार में रही गुर्जरों की अनदेखी
योगी सरकार में गुर्जर अपनी अनदेखी मानते रहे। वेस्ट यूपी में 15 सीटों पर गुर्जरों का वोट बैंक मजबूत है। 2017 से ही वह प्रदेश सरकार में मंत्री बनने की दौड़ में थे। लेकिन वेस्ट यूपी से किसी भी गुर्जर नेता को मंत्रीमंडल में शामिल नहीं किया। सम्राट मिहिर भोज के नाम पर गौतमबुद्धनगर में हुए विवाद के बाद गुर्जर बिरादरी भी भाजपा से छिटकने लगी है।