बृजेश चतुर्वेदी
कन्नौज। (आवाज न्यूज ब्यूरो) उद्योग बंधुओं/व्यापारियों के सम्मुख आने वाली समस्याओं का तत्काल प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से जिलाधिकारी शुभ्रान्त कुमार शुक्ल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट के गांधी सभागार में उद्योग बंधु समिति की बैठक संपन्न हुई। जिलाधिकारी द्वारा उद्यमी संगठन से जुड़े हुए प्रतिनिधियों की विद्युत ट्रिपिंग, ट्रैफिक, अतिक्रमण, शौचालय, पार्किंग, टैम्पों स्टैण्ड जैसी आदि समस्याओं का बहुत ही गहनता के साथ अनुश्रवण किया गया। जिलाधिकारी ने विद्युत ट्रिपिंग की समस्या पर अधिशाषी अभियंता विद्युत को निर्देश दिये कि विद्युत ट्रिपिंग से विद्युत उपकरण खराब होने के साथ दुर्घटनायें होने की भी सम्भावनायें रहती है, विद्युत ट्रिपिंग में रोकथाम लगायी जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि निवेश पोर्टल पर कोई भी लंबित प्रकरण नही रहना चाहिये, समयसीमा के अन्दर लंबित प्रकरणो का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण कराया जाये। उन्होंने कहा कि जनपद में इत्र पार्क बनने से औद्योगिक गलियारा बहुत बड़ा होने वाला है। इत्र पार्क में प्लॉट हेतु 61 भूखण्ड के सापेक्ष 32 भूखण्ड आवंटित कर दिये गये हैं, शेष भूखण्डों का आवंटन शीघ्र होगें। उन्होने यूपीसीडा को निर्देश दिये कि इत्र पार्क में 05 यूनिट में कार्य शीघ्र शुरु कर दिया जाये। भारत सरकार भी औद्योगिक गलियारा पर विशेष फोकस कर रही है। कहा कि कारखाना अधिनियम 1948 के अन्तर्गत 159 इकाईयों का पंजीकरण हो चुका है और जो इच्छुक हो उनका भी पंजीकरण कराया जाये।
श्री शुक्ल ने कहा कि टैम्पों स्टैण्ड बनाने हेतु शीघ्र स्थान चिन्हित किया जाये। उन्होने अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका कन्नौज को निर्देश दिये कि गम्भीरता से लेकर शहर के मुख्य स्थानों में शौचालय बनाये जाये। लाखन चैराहे के आस-पास पार्किग बनाये जाने हेतु एक समित गठित की जायेगी, जो शीघ्र स्थान का चिन्हांकन कर कार्यवाही करेगी। जिलाधिकारी ने कहा कि औद्योगिक विकास में उद्यमियों का बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान होता है। उद्यमी/व्यापारियों की जो समस्या पायी जाती है उसे सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर निराकरण किया जाये।
उन्होंने कहा कि इंडस्ट्री लगाने के मानक क्या हैं और आग लगने के उपरान्त कैसे बचाव किया जाये, अग्नि समन अधिकारी द्वारा जानकारी दी जायेगी, जिसे गहनता से समझकर सभी नियम अपनायें। अग्नि समन अधिकारी द्वारा बताया कि आग लगने के तीन श्रोत हैं जिसमें आक्सीजन, उचित ताप और ईधन की आवश्कता होती है, इन तीनो चीजो में एक के न होने से आग नही लगेगी। इंडस्ट्री में आग की आवश्यकता अधिक होती है। जिसके बचाव हेतु इंडस्ट्री में गाड़ी पहुंचने का रास्ता, लोगो को बचने का रास्ता, उचित स्थान पर जीना, आलर्म, वाटर टैंक सभी का होना आवश्यक होता है। कोल्ड स्टोर में अमोनिया का रिसाव होने की सम्भावना रहती है इसलिये उचित वेटिलेशन का होना भी आवश्यक है। विद्युत वायर से कभी-कभी आग लगने की सम्भावना रहती है, इसलिये विद्युत विभाग से आडिट करवाकर ही वायर का प्रयोग करें। इस अवसर पर अग्निसमन यंत्रो द्वारा आग बुझाने की ट्रेनिंग भी दी गयी।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी राम कृपाल चौधरी, उपायुक्त उद्योग धनंजय सिंह, सहित संबंधित विभागीय अधिकारीगण एवं उद्यमी संगठन के प्रतिनिधियों के द्वारा प्रतिभाग किया गया।