लखनऊ। (आवाज न्यूज ब्यूरो) केजीएमयू में मरीजों के तीमारदारों को अब दवाओं के लिए नहीं भटकना पड़ेगा। भर्ती मरीजों को बेड पर ही दवाएं पहुंचा दी जाएंगी। इसके लिए कार्ययोजना तैयार की जा रही है। अगले महीने तक यह व्यवस्था शुरू होने की उम्मीद है।
केजीएमयू में करीब साढ़े चार हजार बेड हैं। इनमें से ज्यादातर हमेशा भरे रहते हैं। हॉस्पिटल रिवॉल्विंग फंड (एचआरएफ) के माध्यम से यहां 60 फीसदी तक कम कीमत पर दवाएं मिलती हैं। हालांकि, सभी दवाएं न मिलने से निजी मेडिकल स्टोर के चक्कर काटने पड़ते हैं। इससे मरीजों, तीमारदारों को असुविधा होती है।
इसे देखते हुए केजीएमयू प्रशासन ने मरीजों को बेड पर ही दवाएं उपलब्ध कराने का फैसला किया है। यह योजना चरणबद्ध तरीके से लागू की जाएगी। पहले चरण में प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, रानी लक्ष्मीबाई, आयुष्मान, असाध्य, पंडित दीन दयाल उपाध्याय जैसी सरकारी योजनाओं के तहत भर्ती मरीजों को बेड पर दवाएं मिलेंगी। इसके बाद बाकी को यह सुविधा मिलेगी। केजीएमयू के प्रवक्ता प्रो. केके सिंह के मुताबिक कुलपति डॉ. सोनिया नित्यानंद ने दवा आपूर्ति में सुधार के लिए कई कदम उठाए हैं। इससे अब पहले के मुकाबले ज्यादा दवाएं उपलब्ध होने लगी हैं।
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