‘‘योगी सरकार के एस्मा लगाने के आदेश पर हड़ताली कर्मचारियों-अधिकारियों के समर्थन में उतरे अखिलेश’’
लखनऊ। (आवाज न्यूज ब्यूरो) यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री एंव सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश आवश्यक सेवा रखरखाव अधिनियम के तहत अगले छह महीने के लिए अपने विभागों, निगमों और स्थानीय प्राधिकरणों में हड़ताल और प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगाए जाने को लेकर योगी सरकार जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि उप्र सरकार का ये फ़रमान अपने आप में उप्र में लगातार बढ़ते खराब हालातों को बयां कर रहा है कि अगले 6 महीनों तक अनिवार्य सेवा अनुरक्षण क़ानून के तहत हड़ताल पर प्रतिबंध होगा।
उन्होंने कहा कि सच्चाई ये है कि भाजपा को जोड़-तोड़ और हेराफेरी से सरकार बनाना तो आता है पर भ्रष्ट आचार-विचार के कारण सरकार चलाना नहीं। जो सरकार अपने अधीन लोगों पर ही पाबंदी लगा रही है, इसका तो सीधा मतलब यही हुआ ना कि वो मान रही है कि कर्मचारियों-अधिकारियों के बीच विरोध और आक्रोश का सुषुप्त ज्वालामुखी कभी भी फट सकता है।
अखिलेश ने कहा कि वास्तविकता तो ये है कि उत्तर प्रदेश के ही नहीं, पूरे देश के विभिन्न विभागों और सरकारी व अद्धसरकारी संस्थानों और प्रतिष्ठानों में काम करने वाले लोग, भाजपाई भ्रष्ट नीतियों और भ्रष्टाचार के हिस्से बनने पर मजबूर किये जा रहे हैं, जिससे उनमें असंतोष पनप रहा है, जो कल को हड़ताल बनकर उभरेगा, यही वो डर है जिसकी वजह से ये आदेश पारित हुआ है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार डरी हुई है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने उत्तर प्रदेश आवश्यक सेवा रखरखाव अधिनियम के तहत अगले छह महीने के लिए अपने विभागों, निगमों और स्थानीय प्राधिकरणों में हड़ताल और प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगा दिया है। एक सरकारी बयान में यह जानकारी दी गयी। भारतीय जनता पार्टी की राज्य इकाई के प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने कहा कि आगामी महीनों में राज्य में दिव्य एवं भव्य महाकुंभ का आयोजन होने जा रहा है तथा अन्य महत्वपूर्ण कार्यक्रम भी प्रस्तावित हैं। शुक्ला ने कहा कि महाकुंभ आने वाले श्रद्धालुओं और लोगों को बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए यह कदम उठाए गए हैं।