इस वादे का काट ढूंढने में भाजपा को आएगा पसीना
बृजेश चतुर्वेदी
कन्नौज।(आवाज न्यूज ब्यूरो) विधान सभा की चौसर पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को एक ऐसा पांसा फेंका जिसका काट ढूंढने में सत्तारूढ़ दल को पसीना आना तय है। उन्होंने वर्षो से आंदोलित राज्य कर्मचारियों को लुभाने के लिए ऐलान किया कि सपा सरकार बनी तो यश भारती सम्मान शुरू करने के साथ ही पुरानी पेंशन फिर से बहाल की जाएगी। कर्मचारियों को सामाजिक सुरक्षा और सम्मान के लिए पेंशन दी जानी चाहिए इसलिए सरकार बनने पर पेंशन बहाल की जाएगी। पुरानी पेंशन योजना के तहत 2005 से पूर्व कर्मचारियों को मिलने वाली पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू की जाएगी। अटेवा आंदोलन चला रहे नेताओं और राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने फौरन इस घोषणा को लपक लिया और दिल खोलकर इस घोषणा का स्वागत किया।
अखिलेशह ने कहा कि यशभारती की तर्ज पर नगर स्तर पर नगर भारती सम्मान दिया जाएगा। यह सम्मान समाज में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को दिया जाएगा।
अखिलेश ने कहा कि तृतीय और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को उनके आवास के पास तैनाती दी जाएगी। इसी तरह अन्य व्यवस्थाएं भी की जाएंगी। सपा की कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं है।उन्होंने कहा कि सपा सरकार आने पर आउट सोर्सिंग कर्मचारियों के लिए भी कल्याणकारी योजनाएं लाएंगे। भाजपा आरक्षण खत्म करना चाहती है इसलिए आउटसोर्सिंग को बढ़ा रही है।अखिलेश यादव ने वादा किया कि सपा सरकार बनने पर युवाओं को फिर से लैपटॉप दिए जाएंगे। सपा सरकार के लैपटाप अभी भी चल रहे है जबकि भाजपा के टैबलेट खराब हो गए है। नौकरी और रोजगार पर सपा सरकार का फोकस रहेगा। जिन बच्चों को लैपटॉप मिला था वे अपना रोजगार कर रहे हैं। आने वाला समय आईटी सेक्टर के विस्तार का है। हमने लैपटॉप दिए लखनऊ में एचएएल को लाए अब दूसरी आईटी कंपनियों को लाएंगे। इस चुनाव में सपा आगे है और हमारी सरकार बनने वाली है।
अखिलेश यादव ने कहा कि कोरोना के बाद अर्थव्यवस्था पटरी पर कैसे आए इस पर काम करने की जरूरत है। जब अर्थव्यवस्था अच्छी होगी तो प्रदेश में खुशहाली आएगी।