नई दिल्ली।(आवाज न्यूज ब्यूरो) दिल्ली विधानसभा चुनावों में अब देर नहीं है। इसीलिए भारतीय जनता पार्टी भी उम्मीदवारों पर फैसला लेने में देर नहीं होने देना चाहती है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर थोड़ी देर में दिल्ली इलेक्शन को लेकर बड़ी बैठक होने जा रही है, जिस पर सबकी निगाहें हैं। क्योंकि दिल्ली बीजेपी कोर ग्रुप की इस बैठक में उम्मीदवारों के नामों पर फैसला होने वाला है और उसके बाद विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी की जा सकती है।
दिल्ली विधानसभा के 70 सदस्यीय चुनाव के लिए बीजेपी 29 सीटों पर कैंडिडेट उतार चुकी है और अब बाकी 41 उम्मीदवारों को लेकर फैसला होना है। उसके लिए शुक्रवार को पहले बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर बैठक होगी, जिसमें गृह मंत्री अमित शाह शामिल हो सकते हैं। नड्डा के घर होने वाली बैठक में दिल्ली कोर ग्रुप के मेंबर हिस्सा लेंगे। उसके बाद शाम को बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक होगी, जिसमें कैंडिडेट्स पर मुहर लगाई जाएगी। सूत्र बताते हैं कि केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे। उनके अलावा अमित शाह, जेपी नड्डा, राजनाथ सिंह और अन्य सीईसी सदस्य मौजूद रहेंगे।
बीजेपी ने पिछले दिनों दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए 29 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की। बीजेपी ने अपने कुछ दिग्गजों को मैदान में उतारा। दुष्यंत गौतम करोल बाग से, मनजिंदर सिंह सिरसा राजौरी गार्डन से और दिल्ली कांग्रेस के पूर्व प्रमुख अरविंदर सिंह लवली गांधी नगर से चुनाव लड़ेंगे। पूर्व सांसद और दिल्ली के पूर्व सीएम साहिब सिंह वर्मा के बेटे प्रवेश वर्मा नई दिल्ली सीट पर केजरीवाल को टक्कर देंगे। कांग्रेस ने इस सीट से दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित को मैदान में उतारा है। बीजेपी ने आतिशी के खिलाफ कालकाजी से अपने पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी को मैदान में उतारा। कांग्रेस ने इस सीट से पूर्व विधायक अलका लांबा को मैदान में उतारा है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 5 फरवरी को एक ही चरण में होंगे और वोटों की गिनती 8 फरवरी को होगी। भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा चुनाव के लिए अपना प्रचार अभियान तेज कर दिया है। पार्टी ने आप नेताओं पर भ्रष्टाचार और कथित कुशासन का आरोप लगाते हुए पूरी ताकत झोंकी है। तीसरी बार सत्ता में आने की उम्मीद कर रही आप शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में अपने प्रदर्शन को बढ़ावा देकर जनता के बीच वोट मांग रही है। कांग्रेस बचते-बचाते हुए दिल्ली में अपने कदम रख रही है।
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