फर्रुखाबाद।(आवाज न्यूज ब्यूरो) फतेहगढ सेंट्रल जेल में बंद समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता एंव पूर्व सांसद रमाकांत यादव से मिलने पंहुचे आजमगढ़ के सांसद धर्मेंद्र यादव ने योगी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि यूपी पुलिस फर्जी एनकाउंटर करनें में नंबर वन है। उन्होंने जेल में बंद पूर्व सांसद के साथ शौतेला व्यवहार किया जा रहा है। जेल में उन्हें जो सुबिधायें मिलनी चाहिए उनसे महरूम रखा जा रहा है।
मंगलवार को फतेहगढ सेंट्रल जेल पंहुचे सांसद धर्मेन्द्र यादव ने जिलाध्यक्ष चन्द्रपाल यादव, डॉ. नबल किशोर शाक्य सहित चार लोगों के साथ जाकर जेल में बंद पूर्व सांसद रमाकांत यादव से मुलाकात की। जेल से बाहर निकलने के बाद सांसद धर्मेन्द्र यादव नें कहा कि पूर्व सांसद को जेल में जिस श्रेणी की सुबिधायें मिलनी चाहिए वह नही मिली रहीं है। उनके दांत में समस्या है, समय से चिकित्सक नही मिल रहा हैं, उनके खानें-पीने की समस्या भी है। सपा को न्यायालय पर भरोसा है, अधिकतर मामलों में पूर्व सांसद को जमानतें मिल चुकी हैं। एक केस बचा है उन्हें जल्द न्याय की उम्मीद है। उन्होंने आरोप लगाया जेल के भीतर मौत के मामलों में व फर्जी एनकाउंटर में यूपी देश में नंबर वन है। बुलडोजर पर सुप्रीम कोर्ट नें राहत दी है, जिससे आम जनता को राहत मिली। यूपी सरकार का ध्यान कानून व्यवस्था में नही है, कैसे विपक्षियों को सताया जाये और विपक्ष के मतदाताओं के साथ अन्याय हो रहा है। उन्होंने कहा यूपी में फर्जी एनकाउंटर चल रहे हैं। तरक्की व विकास की योजनाएं सरकार के पास नही है। पुलिस को केवल एक काम सपा के लोगों को परेशान करनें का दिया है। कानून व्यवस्था बद से बत्तर है। महिलाओं की सुरक्षा बद से बदतर है। नेशनल क्राइम ब्यूरो का डेटा देखें तो सबसे ज्यादा महिलाओं पर अत्याचार, सबसे ज्यादा जेल में मौत, सबसे ज्यादा फर्जी एनकाउंटर यूपी के भीतर ही हैं। सपा सांसद धर्मेन्द्र यादव नें मोहम्मदाबाद में बाइक मिस्त्री पर फर्जी तमंचा लगाने में निरीक्षक मनोज भाठी व दारोगा सिपाहियों के द्वारा फर्जी तमंचा लगानें के मामले में कहा कि यूपी में फर्जी तमंचा लगानें का भी दौर तेजी के साथ चल रहा है, लेकिन इस तरह का कार्य करनें वाले पुलिस वालों पर कार्यवाही हो। इस दौरान जिला महासचिव इलियास मंसूरी, डा.जितेन्द्र यादव, पूर्व मंत्री सर्वेश अम्बेडकर, प्रदेश सचिव जितेन्द्र यादव (सिरोली), शशांक सक्सेना, राजन यादव, नन्द किशोर दुबे,हरिओम यादव आदि प्रमुख रूप से रहे।
