पटना।(आवाज न्यूज ब्यूरो) पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि भाजपा के कहने पर राज्य में फर्जी तरीके से मतदाता सूची में बिहार के लोगों के नाम जोड़े जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और दिल्ली में भाजपा ने इसी तरह जीत हासिल की, लेकिन बंगाल में ऐसा नहीं चलेगा।
दरअसल, इसी को लेकर मनोज झा ने यह बयान दिया है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि चुनाव आयोग पर इससे पहले भी कई तरह के गंभीर आरोप लग चुके हैं। महाराष्ट्र, हरियाणा और दिल्ली में भी इस तरह की शिकायतें आई हैं। राजद नेता ने सवालिया लहजे में कहा कि इस तरह से जिस तरह की शिकायतें आ रही हैं, उसे दूर करने की जिम्मेदारी चुनाव आयोग की है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि चुनाव आयोग का काम “केवल शेरो-शायरी करना“ नहीं है। मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू होने के संदर्भ में मनोज झा ने कहा कि वहां लंबे समय से दंगे हो रहे हैं। समुदायों के बीच में खाई इस तरह से पैदा हो चुकी है कि उसे पाटना चुनौतीपूर्ण हो चुका है। हमने कई बार इस मुद्दे पर केंद्र का ध्यान आकृष्ट करने की कोशिश की, लेकिन केंद्र की तरफ से इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया। आज वहां राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया। उन्होंने सवाल उठाया, “क्या प्रधानमंत्री का यह कर्तव्य नहीं बनता है कि वह वहां पर जाएं? उनके वहां पर जाने से लोगों के जख्मों पर मरहम लगेगा। लेकिन, न जाने कौन उनके सलाहकार हैं कि प्रधानमंत्री वहां पर जाने के लिए तैयार नहीं हो रहे हैं। केंद्र सरकार को यह कोशिश करनी होगी कि मणिपुर में लोकतंत्र बहाल हो।“ उधर, ममता बनर्जी द्वारा 2026 का पश्चिम बंगाल का विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने के ऐलान पर मनोज झा ने कहा कि यह उनकी एकतरफा घोषणा है। बाकी दलों की अपनी राय है। सवाल यह है कि हम किस तरह से बेहतर तरीके से भाजपा के लिए चुनौती पेश कर सकें।
