अखिलेश के लिए सबसे बड़ी चुनौती खिसकते जनाधार को बचाना
सदर सीट पर भी काफी उबाल,प्रत्याशी बदलने की मांग
फर्रुखाबाद। (आवाज न्यूज ब्यूरो) जिले में तीसरे फेज के होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी घोषित होने के बाद सपा समर्थक भौचक्के हैं। जिसमें सबसे ज्यादा अमृतपुर विधानसभा और सदर विधानसभा में सपा समर्थक अखिलेश को सीधी चुनौती देते हुए नजर आ रहे हैं। अमृतपुर विधानसभा क्षेत्र के सपा समर्थकों का कहना है कि अगर नरेन्द्र को टिकट नही ंतो सपा को वोट नहीं। वहीं सदर सीट पर विजय सिंह व मनोज अग्रवाल समर्थकों के साथ-साथ अल्पसंख्यक व यादव वांट भी सपा से छिटकता हुआ लग रहा है जो प्रत्याशी बदलने की मांग कर रहा है।
आपको बतादें कि अमृतपुर विधानसभा से 6 बार के विधायक एंव जिले के कद्दावर नेता पूर्व मंत्री नरेन्द्र सिंह यादव की अखिलेश यादव ने टिकट काट दी है। वह 6 बार के विधायक रहे हैं लेकिन 2017 में सपा के ही नेताओं ने अंदर खाने से भितरघात कर भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में वोट डलवाकर 7वीं हैट्रिक पूरी करने से उन्हें रोक दिया था। फिर भी वह सपा के साथ ही रहे। लेकिन 2022 में टिकट कटने के बाद अमृतपुर के मतदाताओं में भारी उबाल आ गया है। वह सब अखिलेश को वोट न देने की बात कह रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पूर्व मंत्री निर्दलीय प्रत्याशी बनकर सपा प्रत्याशी को हराने का काम करेगें। वहीं सदर विधानसभा से जातीय गणित को देखते हुए महानदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष केशव मौर्य की पत्नी को प्रत्याशी बनाकर उनके खाते में डाल दी है। अगर समर्थको की माने तो सदर सीट से मनोज अग्रवाल व विजय सिंह के भतीजे करन सिंह को सदर प्रत्याशी बनाना चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता है तो अखिलेश को वोट न देकर नोटा में वोट डालेगें।