नई दिल्ली।(आवाज न्यूज ब्यूरो)। जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने इस हमले के लिए भारत की सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों की चूक के साथ-साथ पाकिस्तान की साजिश को जिम्मेदार ठहराया है।
‘पाकिस्तान नहीं चाहता, लोग शांति से जीवन बिताएं’
फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि पाकिस्तान नहीं चाहता कि जम्मू-कश्मीर के लोग शांति से जीवन बिताएं। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान को यह अच्छा नहीं लगा कि हम शांतिपूर्वक जी रहे हैं, इसलिए उन्होंने हमला करवाया। वे हमारे लोगों के बीच गलत जानकारी और अफवाहें फैलाकर माहौल बिगाड़ना चाहते हैं।”
यह हमला एक सोची समझी साजिश
उन्होंने कहा कि यह हमला सिर्फ सुरक्षा में कमी नहीं, बल्कि एक सोची-समझी साजिश है, जिसका असर भारत में रहने वाले मुसलमानों पर भी पड़ सकता है। उन्होंने इस बात पर चिंता जताई कि पिछले कुछ वर्षों से देश में मुसलमानों के खिलाफ नफरत भरी बातें और हमले बढ़े हैं, और पाकिस्तान की ऐसी हरकतें हालात को और बिगाड़ सकती हैं।
पाकिस्तानी सेना प्रमुख की आलोचना की
अब्दुल्ला ने पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर की ‘दो-राष्ट्र सिद्धांत’ पर भड़काऊ बयानबाज़ी की भी आलोचना की। उन्होंने कहा, “अगर युद्ध हुआ, तो बात अंत में बातचीत की मेज तक पहुंचेगी, लेकिन वहां क्या होगा? ये सिर्फ अल्लाह ही जानता है।”
हम प्रधानमंत्री के साथ हैं : फारूक अब्दुल्ला
फारूक अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पहलगाम हमले का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पूरा समर्थन देने की बात कही। उन्होंने कहा कि “प्रधानमंत्री जो भी जरूरी कदम उठाएं, हम उनके साथ हैं। देश की सुरक्षा सबसे पहले है।” उन्होंने यह बात उस बैठक के बाद कही जिसमें प्रधानमंत्री मोदी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, तीनों सेनाओं के प्रमुखों और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ मिलकर सुरक्षा हालात की समीक्षा की। यह बैठक 23 अप्रैल को सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक के कुछ दिन बाद हुई थी। उस आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी, जिनमें ज्यादातर नागरिक और पर्यटक थे।
