सपा मुख्यालय के बाहर विवादित पोस्टर पर बवाल : अखिलेश यादव ने सपा कार्यकर्ताओं को दी हिदायत

लखनऊ।(आवाज न्यूज ब्यूरो)। समाजवादी पार्टी यानी सपा मुख्यालय के बाहर लगे एक पोस्टर को लेकर राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है। इस पोस्टर में डॅा. भीमराव अंबेडकर और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को आधे-आधे चेहरे मिलाकर एक संयुक्त चित्र बनाया गया था, जिसे लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों और सोशल मीडिया पर प्रतिक्रयाएं तेज हो गईं।
इस विवाद के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने गुरुवार को अपने कार्यकर्ताओं से संयम बरतने की अपील की। उन्होंने कहा कि “पूर्व में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेताओं से जुड़ी हुई इस तरह की तस्वीरें सामने आ चुकी हैं, लेकिन समाजवादी पार्टी ने उन्हें कभी मुद्दा नहीं बनाया।” अखिलेश यादव ने यह भी स्पष्ट किया कि सपा हमेशा बाबा साहब अंबेडकर के विचारों और सिद्धांतों का सम्मान करती रही है और करती रहेगी। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे किसी भी उकसावे में न आएं और पार्टी की गरिमा बनाए रखें।
श्रीयादव ने यहां प्रेस वार्ता में कहा, ”मैंने अपने कायकर्ता लालचंद गौतम को समझाया है कि दोबारा ऐसा कुछ नहीं करना या सोशल मीडिया पर ऐसा कुछ भी साझा नहीं करना जिससे किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचे।’‘ उन्होंने कहा कि लालचंद गौतम समाजवादी पार्टी के वही कार्यकर्ता हैं जिनकी वजह से पूरी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को अपने वातानुकूलित कमरों से बाहर निकलकर सड़कों पर आना पड़ा।
सपा प्रमुख ने सवाल किया कि क्या भाजपा अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं पर भी ऐसा ही नियंत्रण रख सकती है. उन्होंने कहा, ”हमने अपने कार्यकर्ताओं को पहले ही निर्देशित कर दिया है, लेकिन क्या भाजपा भी ऐसा कर सकती है? क्या वह यह सुनिश्चित कर सकती है कि उसके नेता बाबा साहब अंबेडकर या किसी अन्य महान व्यक्तित्व के प्रति असम्मानजनक व्यवहार न करें?” पोस्टर को लेकर विवाद के केंद्र में रहे सपा कार्यकर्ता लालचंद गौतम भी प्रेस वार्ता में मौजूद थे। यादव ने यह भी दावा किया कि भाजपा नेताओं से जुड़ी ऐसी ही तस्वीरें पहले भी सामने आई हैं लेकिन सपा ने उन घटनाओं का राजनीतिकरण नहीं करने का फैसला किया। उन्होंने कहा, ”उनके (भाजपा) नेताओं की तस्वीरें भी थीं, लेकिन हमने कभी इसका मुद्दा नहीं बनाया।”
सपा के पोस्टर पर बीजेपी ने किया था प्रदर्शन
सपा मुख्यालय के बाहर बुधवार को लगे एक पोस्टर को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया था। पोस्टर में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर और सपा मुखिया अखिलेश यादव के आधे-आधे चेहरे को मिलाकर एक तस्वीर बनाई गई थी। भाजपा ने इसके खिलाफ प्रदेश के विभिन्न जिलों में प्रदर्शन किया था।
पार्टी नेताओं और राष्ट्रीय प्रतीकों के बीच तुलना न करें- अखिलेश यादव
आपको बता दें,कि पत्रकार वार्ता के दौरान समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष ने अपने समर्थकों और कार्यकर्ताओं को ताकीद की कि वे पार्टी नेताओं और राष्ट्रीय प्रतीकों के बीच तुलना न करें। इससे पहले, सपा ने अपने आधिकारिक ‘एक्स’ हैंडल पर भी पार्टी कार्यकर्ताओं को दल के किसी भी नेता की तुलना पूज्य महापुरुषों से नहीं करने की हिदायत दी थी।

Check Also

जिंप अध्यक्ष मोनिका यादव के नई बस्ती स्थित आवास पर पहुंचेगें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी

रानी अहिल्या बाई होल्कर जन्म त्रि-शताब्दी वर्ष स्मृति अभियान के अंतर्गत होगा फर्रुखाबाद जिला पंचायत …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *